Big News : हरदा बोले- नहीं टूटेगा सत्ता बदलाव का मिथक, PM मोदी की पहाड़ी टोपी पर साधा निशाना, कही ये बात - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

हरदा बोले- नहीं टूटेगा सत्ता बदलाव का मिथक, PM मोदी की पहाड़ी टोपी पर साधा निशाना, कही ये बात

Reporter Khabar Uttarakhand
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# Uttarakhand Assembly Elections 2022

# Uttarakhand Assembly Elections 2022

देहरादून :14 फरवरी को मतदान शांतिपूर्वक सम्मपन्न हो चुका है। अब प्रत्याशी और कार्यकर्ता आराम फरमा रहे हैं और वोटों के गुणा भाग करने में जुटे हैं। कांग्रेस अपनी जीत का दावा कर रही है तो वहीं भाजपा अबकी बार 60 पार का दावा कर रही है। लेकिन जीत किसकी होगी ये 10 मार्च को पता चलेगा। हरीश रावत मतदान के बाद लगातार लोगों के बीच सक्रिय हैं। हरीश रावत कभी टिक्की तो कभी बन मक्खन बनाते और लोगों को खिलाते दिखे।

इसी के साथ आज हरीश रावत कार्यकर्ताओं के दांत खट्टे करते दिखे. अरे अरे….कुछ और मतलब मत निकालिए. दांत खट्टे करने का मतलब है हरीश रावत ने आज कार्यकर्ताओं को माल्टा पार्टी दी है और साथ ही नींबू सन्नी की पार्टी भी दी है। इसी के साथ हरीश रावत मुख्यमंत्री बनने के बयान को लेकर भी चर्चाओं में हैं. एक और बयान के बाद हरीश रावत चर्चाओं में आ गए हैं।

पूर्व सीएम हरीश रावत आश्वस्त हैं कि हर बार सत्ता में बदलाव का मिथक नहीं टूटेगा और सरकार कांग्रेस की ही बनेगी। हरदा का कहना है कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर भी उत्तराखंड में विकास कार्यों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम केंद्र से बहुत अच्छे रिश्ते बनाने की कोशिश करेंगे। पीएम मोदी ने जो बार-बार केदारनाथ व उत्तराखंड के लिए अपनी आत्मीयता प्रकट की है, हम उस पर विश्वास करना चाहेंगे। पीएम के उत्तराखंडी टोपी पहनने की बात करते हुए हरदा ने कहा कि उत्तराखंड श्रेय देना चाहे या न चाहे, लेकिन हकीकत यह है कि हमने पीएम को उत्तराखंडियत की पिच पर आने को विवश किया।

हरदा ने एक अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा कि कहा कि कांग्रेस ने काफी सोच समझकर रणनीति के तहत ही चुनाव में मतदाताओं से वादे किए। कमजोर आर्थिकी वाले राज्य में घोषणाओं को पूरा करने के लिए संसाधन जुटाने संबंधी सवाल पर रावत ने कहा कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में स्पष्ट उल्लेख किया है कि संसाधन जुटाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। 2014 में आज से अधिक ध्वस्त अर्थव्यवस्था थी। आज जो स्थिति है, उसमें सुधार लाया जा सकता है, उस वक्त सुधार के लिए प्रतीक्षा करना जरूरी था। हम इसके बावजूद अर्थव्यवस्था के सभी मानकों को अच्छी स्थिति में ले आए थे, जब 2017 में भाजपा को सत्ता सौंपी। उसी विश्वास के आधार पर कहा कि हम आज भी ऐसा कर सकते हैं। संसाधन जुटाने, जनता से किए गए वादों को पूरा करने और रोजगार सृजन, तीनों काम साथ-साथ शुरू करेंगे

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