संसद के मानसून सत्र का आज तीसरा दिन है। बीते दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश किया था। आज संसद के दोनों सदनों में बजट पर चर्चा हो रही है।
बजट को भेदभावपूर्ण कहने पर वित्त मंत्री का जवाब
निर्मला सीतारमण ने बजट के खिलाफ विपक्ष के विरोध को लेकर कहा कि, हर बजट में देश के हर राज्य का नाम लेने का अवसर नहीं मिलता है। उन्होनें कहा, हर बजट में आपको देश के हर राज्य का नाम लेने का मौका नहीं मिलता। कैबिनेट ने वडावन में बंदरगाह बनाने का फैसला लिया था। लेकिन कल बजट में महाराष्ट्रका नाम नहीं लिया गया। क्या इसका मतलब यह है कि महाराष्ट्र उपेक्षित महसूस करता है? अगर भाषण में किसी खास राज्य का नाम लिया जाता है, तो क्या इसका मलतब यह है कि सरकार की योदनाएं इन राज्यों तक नहीं पहुंचती? यह कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष की जानबूढकर की गई कोशिश है, ताकि लोगों को यह आभास हो कि हमारे राज्यों को कुछ नहीं दिया गया है। यह एक अपमानजनक आरोप है।
शशि थरूर ने की आलोचना
केंद्रीय बजट के खिलाफ भारतीय ब्लॉक के विरोध में शामिल होते हुए कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा कि इसमें देश के अधिकांश राज्यों के लिए बहुत कम प्रावधान है। उन्होनें कहा, अधिकांश राज्यों के लिए बहुत कम है। केरल के लिए कुछ उम्मीदें थीं, खासकर स्वास्थ्य क्षेत्र में लेकिन वे सभी पूरी नहीं हुई। प्रत्येक राज्य के पास इंगित करने के लिए अपन स्वंय के मुद्दे हैं।
पिपक्ष का जोरदार हंगामा जारी
लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में कार्यवाही शुरु हो चुकी है। लोकसभा में विपक्षी सांसदों का जोरदार हंगामा जारी है।
यह अन्याय है- खरगे
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने बजट पर कहा, यह अन्याय है। हम इसका विरोध करेंगे।
सरकार का कुर्सी बचाओ बजट- राहुल
संसद में बजट को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है। राहुल गांधी ने कहा कि यह सरकार का कुर्सा बचाओ बजट है।