यमुनोत्री धाम के कपाट भैयादूज के पवन पर्व पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए विधि-विधान से बंद कर दिए गए हैं. इस दौरान मां यमुना के जयकारों से यमुनाघाटी गूंज उठी.
शीतकाल के लिए बंद हुए यमुनोत्री धाम के कपाट
केदारनाथ धाम के बाद अब यमुनोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद ही गए हैं. 12 बजकर 5 मिनट पर विधि-विधान से यमुनोत्री धाम के कपाट बंद किये गए. इस साल सात लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने यमुनोत्री धाम के दर्शन किए. बता दें यात्रा के दौरान करीब 15 लाख से अधिक श्रद्धालुओं द्वारा यमुनोत्री एवं गंगोत्री धाम के दर्शन किये गए.
खरसाली के लिए रवाना हुई मां गंगा की डोली
पुलिस सुरक्षा के बीच यमुनोत्री से मां यमुना की डोली ढोल-दमाऊ के साथ शनिदेव महाराज की अगुवाई में खरसाली(खुशीमट्ठ) गांव के लिए रवाना हुई. शीतकाल में श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन व पूजा-अर्चना शीतकालीन प्रवास खरसाली स्थित यमुना मंदिर में कर सकेगें.