Health : इस Eye Drop की एक बूंद से मिलेगा नजर के चश्मे से छुटकारा! 15 मिनट में दिखेगा असर, DCGI की तरफ से दवा को मिली मंजूरी - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

इस Eye Drop की एक बूंद से मिलेगा नजर के चश्मे से छुटकारा! 15 मिनट में दिखेगा असर, DCGI की तरफ से दवा को मिली मंजूरी

Uma Kothari
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DCGI APPROVED india's first EYE DROP PresVu

जिनकी नजर कमजोर या जो लोग चशमें का इस्तेमाल करते है उनके लिए एक खुशखबरी है। ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया’ यानी की DCGI से इंडियन आई ड्रॉप(Eye Drop PresVu) को मंजूरी मिल गई है। दावा किया जा रहा है कि ये आई ड्रॉप ना केवल चश्मा लगाने वालों को चश्मे से छुटकारा दिलाएगी। बल्कि ड्राई आंखों वालों के लिए भी ये फायदेमंद है।

भारत की पहली Eye Drop को DCGI से मिली मंजूरी

ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया’ ने दो साल से ज्यादा का समय लगाकर आखिरकार भारत की पहली आई ड्रॉप PresVu को मंजूरी दे दी। चश्मे की जरूरत को खत्म करने के लिए ये मंजूरी दी गई है। मुंबई स्थित एन्टोड फ़ार्मास्युटिकल्स ने मंगलवार को आई ड्रॉप “प्रेसवू”(PresVu) को लॉन्च किया। इसको पिलोकार्पाइन की मदद से बनाया गया है।

कब तक रहेगा इस आई ड्राप का असर?

बता दें कि ये आई ड्रॉप प्रेसबायोपिया’(presbyopia) का इलाज पुतलियों के आकार को कम करके करती है। इससे व्यक्ति को नजदीक की चीजें आसानी से देख पाएगा। बता दें कि प्रेसबायोपिया एक स्वाभाविक समस्या है। उम्र के साथ-साथ इस समस्या से पिड़ित व्यक्ति को पास की चीजे देखने में दिक्कत होती है। ये समस्या 40 साल से अधिक की उम्र वाले लोगों में देखने को मिलती है।

खबरों की माने तो आई ड्रॉप की एक बूंद 15 मिनट में अपना असर दिखाना शुरू कर देती है। इसका असर करीब छह घटों तक रहेगा। अगर पहली बूंद के साथ तीन-चार घटों के अंदर दूसरी बूंद डालने पर इसका असर लंबे समय तक रहेगा।

क्या है दवा की कीमत? (Eye Drop Price)

इसी साल अक्टूबर के पहले हफ्ते से ये दवा उपलब्ध हो जाएगी। प्रिस्क्रिप्शन-आधारित ड्रॉप्स की कीमत 350 रुपये है। इस दवा को 40 से 55 साल की उम्र के लोग प्रेसबायोपिया के इलाज के लिए खरीद सकते है। दावा है कि ये अपनी तरह की पहली भारतीय आई ड्रॉप है जिसका टेस्ट भारतीयों की आंखों पर किया गया है। साथ ही इस ड्रॉप को भारतीयों के अनुकूल ही तैयार किया गया है।

बता दें कि ऐसी आई डॉप विदेशों में भी उपलब्ध है। लेकिन उनका परीक्षण भारतीय आंखों पर नहीं किया गया है। आई ड्रॉप बनाने वाली कंपनी का दावा है कि उन्होंने फॉर्मूलेशन में कई बदलाव कर इसे भारतीय आंखों के अनुकूल बनाया है।

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