Big News : बल्दियाखान गांव के मकानों में फिर से दरारें पड़नी हुई शुरू, ग्रामीणों में दहशत - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

बल्दियाखान गांव के मकानों में फिर से दरारें पड़नी हुई शुरू, ग्रामीणों में दहशत

Yogita Bisht
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विरोध करते ग्रामीण

ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन टनल निर्माण में हैवी ब्लास्टिंग के चलते बल्दियाखान गांव के मकानों पर पिछले वर्ष दरारें पड़ गई थी। जिसकी ग्रामीणों द्वारा मरम्मत की गई थी। लेकिन बरसात के साथ एक बार फिर से गांव के मकानों में दरारें दिखने का सिलसिला शुरू हो गया है। जिस कारण ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।

बल्दियाखान गांव के मकानों में फिर से दरारें पड़नी हुई शुरू

मरम्मत के बाद भी बल्दियाखान गांव के मकानों में फिर से दरारें पड़नी शुरू हो गई है। जिसके कारण लोगों में दहशत का माहौल है। एक साल पहले भी बल्दियाखान गांव के मकानों पर दरारें देखने को मिली थी। दहशत में जी रहे ग्रामीणों ने उस वक्त परिवार के एक व्यक्ति को रेलवे विकास निगम में नौकरी देने तथा विस्थापन की मांग को लेकर जबरदस्त आंदोलन कर निर्माण कार्य रुकवा दिया था।

Narendra nagar
गांव के घरों में पड़ी दरारें

मरम्मत के तीन महीने बाद ही फिर दिखने लगी दरारें

ग्रामीणों के भारी विरोध के कारण प्रशासन की मध्यस्थता में आरवीएनएल द्वारा मकानों के मरम्मत के लिए ग्रामीणों को धनराशि दी थी। ग्रामीणों द्वारा मकानों की मरम्मत कराने के दो-तीन महीने बाद ही एक फिर से मकानों पर दरारें पड़नी शुरू हो गई हैं। जिससे ग्रामीण दहशत में हैं।

Narendra nagar
घरों में आई दरारें

ग्रामीणों ने की विस्थापन की मांग

बल्दियाखान गांव के ग्रामीणों का कहना है कि मकानों की नींव बुरी तरह हिल चुकी है। रेल सेवा शुरू होने पर ये मकान किसी काम के नहीं रह जाएंगे। लिहाजा गांव में प्रति परिवार एक व्यक्ति को रोजगार दिया जाए और गांव को नजदीकी क्षेत्र में विस्थापित किया जाए।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।