कांग्रेस प्रवक्ता संदीप चमोली ने राज्य में आउटसोर्स एजेंसी का नाम देकर राज्य के युवाओं के रोजगार देने के नाम पर ठगने का आरोप लगाया था। उन्होंने सरकार में बैठे सफेद पोश नेता और अधिकारियों के सहयोग से नौकरियां बेचे जाने का आरोप लगाया था। अब जलागम विभाग ने इस मामले पर सफाई देते हुए प्रेस रिलीज जारी की है। जिसके बाद कांग्रेस के आरोप सच साबित हो हुए हैं।
सच साबित हुए कांग्रेस के आरोप
कांग्रेस ने सरकार पर आउटसोर्स एजेंसी के नाम पर युवाओं को ठगने का आरोप लगाया था। कांग्रेस प्रवक्ता संदीप चमोली ने आउटसोर्स एजेंसी के नाम पर युवाओं को ठगने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड के जलागम विभाग में 266 पदों के लिए एक कंपनी ने टेंडर हासिल किया और फिर युवाओं के रोजगार बेचने का धंधा शुरू कर दिया।
जलागम विभाग ने मामले पर पेश की सफाई
अब इस मामले के सामने आने के बाद और कांग्रेस के आरोपों के बाद जलागम विभाग ने इस पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। जलागम विभाग ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कि एजेंसी को जलागम विभाग द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार का भुगतान नहीं किया गया है और ना ही उक्त एजेंसी के माध्यम से अभी तक किसी कार्मिक और सेवाओं के अंतर्गत नियुक्ति की गई है।सिर्फ अनुबन्ध के अनुसार एजेंसी द्वारा दी गई 40 लाख रूपए सिर्फ बैंक गारंटी जलागम विभाग के कार्यालय में जमा है।
आउटसोर्सिंग एजेंसी के खिलाफ जांच
विभाग ने साफ किया है कि अनियमिततताओं के सम्बन्ध में विभिन्न माध्यमों से प्राप्त शिकायतों की जांच के लिए जलागम विभाग के अंतर्गत मुख्य वित्त अधिकारी की अध्यक्षता में एक जांच समिति का गठन किया गया था। इस काम में जांच समिति की आख्या के आधार पर अनुबन्ध की शर्तों के उल्लंघन के दोषी पाए जाने के फलस्वरूप उक्त एजेंसी के विरूद्ध नियमानुसार कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
अगले आदेशों तक रोकी नियुक्ति प्रक्रिया
जलागन विभाग ने कहा है कि मानव संसाधन की इस चयन प्रक्रिया को अग्रिम आदेशों तक स्थगित किया जाता है। इसके साथ ही सभी को सूचित किया है कि TDS Management Consultants Pvt. Ltd से जलागम विभाग के अंतर्गत नियुक्ति के लिए संपर्क ना किया जाए। अगर किसी द्वारा एजेंसी से जलागम विभाग के अंतर्गत नियुक्ति के सम्बन्ध में कोई भी सम्पर्क किया जाता है तो इसके लिए वो खुद जिम्मेदार होगा।