उत्तराखंड कांग्रेस के विशेष आमंत्रित सदस्य आजाद अली ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने प्रदेश में कोरोना महामारी को रोकने के लिए किए जा रहे है सरकार का कामों की तारीफ़ की है. साथ ही मुस्लिम समुदाय की और भी देने की मांग भी की है। आपके आह्वान पर और निर्देशों का पालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिग का पूर्ण समर्थन करते हुए किसी भी मस्जिद में तय लोगों से अधिक नमाज़ अदा नहीं की जा रही है।
1. जैसा कि आपको ज्ञात होगा की मस्जिदों से अज़ान को लेकर कुछ प्रतिबंध सामने आए थे। परंतु सामाजिक लोगो और प्रशासन के तालमेल से माइक द्वारा धीमी आवाज़ पर अज़ान की अनुमति हुई है, परंतु अभी भी कुछ इलाकों जैसे देहरादून के हरबर्टपुर थाना विकासनगर व आज़ाद नगर रुड़की थाना गंगनहर जिला हरिद्वार आदि कई जगहों पर असामाजिक तत्वों द्वारा अज़ान को लेकर कुछ परेशानियां खड़ी की जा रही है। आज़ाद नगर रुड़की में मस्जिद के इमाम व अन्य 3 लोगो के खिलाफ हुए मुकदमे में मस्ज़िद के cctv के आधार पर पंजीकृत हुए मुकदमे की सत्यता पर जांच कर आवश्यक कार्यवाही की जाए।
2. सरकार के द्वारा यह निर्देश आये थे के जिन भी लोगो को क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है, उनको 14 से 15 दिन के बाद डॉक्टरों की पुष्टि के बाद वापस उनके घर भेज दिया जाएगा। परंतु अभी भी कुछ लोग खास तौर से जमात के लोगो को घर पर क्वारनटाइन और क्वारनटाइन सेंटर को मिलाकर 30 से अधिक दिन क्वारंटाइन सेंटर में हो गए है, परंतु अभी तक उनके घर वापस जाने की कोई भी स्तिथि साफ नहीं है, जो लोग डॉक्टरों की जांच में पूर्ण तरह से स्वस्थ हैं, उन्हें उनके घर भेज दिया जाए।
3. राज्य के अलग-अलग जिलों में रिस्तेदारो में फंसे हुए व्यक्तियों के लिए पास देने का प्रबंध सुनिश्चित करने पर विचार कर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। कुछ लोग राज्य के बाहर भिन्न भिन्न कारणों से लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं. उनके लिए ई-पास की सुविधा देने पर विचार कर सुविधा उपलब्ध किया जाना राज्य वासियों के लिए बेहतर होगा। मानवता को देखते हुए बाहरी राज्यो के मजदूर व अन्य फंसे हुए व्यक्तियों को उनके राज्य भेजने के लिए पास जारी करने पर विचार कर सुविधा उपलब्ध कराई जाए। महोदय से अनुरोध है कि रमज़ान के माह को ध्यान करते हुए उक्त बिन्दुयों पर उचित कार्यवाही करने के लिये निर्देश/आदेश जारी करने की कृपा करें।