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विधानसभा में सीएम धामी का ऐतिहासिक संबोधन, उत्तराखंड का UCC बनाएगा समरस समाज

Sakshi Chhamalwan
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CM DHAMI VIDHANSABHA

यूसीसी बिल पर पक्ष-विपक्ष की व्यापक चर्चा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि मैं आज इस अवसर पर सभी प्रदेशवासियों को बधाई देना चाहता हूं। क्योंकि आज हमारे उत्तराखंड की विधायिका एक इतिहास रचने जा रही है। आज इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनते हुए न केवल इस सदन को बल्कि उत्तराखंड के प्रत्येक नागरिक को गर्व की अनुभूति हो रही है। सीएम ने कहा हमारी सरकार ने पीएम मोदी के ’एक भारत और श्रेष्ठ भारत’ मंत्र को साकार करने के लिए उत्तराखण्ड में समान नागरिक संहिता लाने का वादा किया था।

जनता के आशीर्वाद के बाद कैबिनेट में किया समिति का गठन

सीएम धामी ने कहा प्रदेश की जनता ने हमें इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए अपना आशीर्वाद देकर दोबारा सरकार बनाने का मौका दिया। सरकार गठन के तुरंत बाद पहली कैबिनेट की बैठक में ही हमने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) बनाने के लिए एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया। सीएम ने कहा 27 मई 2022 को सुप्रीम कोर्ट की सेवानिवृत्त न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई के नेतृत्व में पांच सदस्यीय समिति गठित की गई। देश के सीमांत गांव माणा से प्रारंभ हुई यह जनसंवाद यात्रा करीब नौ महीने बाद 43 जनसंवाद कार्यक्रम करके नई दिल्ली में दोबारा हुई।

2 लाख 32 हजार से अधिक सुझाव हुए थे प्राप्त : CM

सीएम धामी ने कहा समिति को दो लाख 32 हजार से अधिक सुझाव प्राप्त हुए। प्रदेश के लगभग 10 प्रतिशत परिवारों द्वारा किसी कानून के निर्माण के लिए अपने सुझाव दिए। हमारे प्रदेश की जनता की जागरूकता का प्रत्यक्ष प्रमाण है। जिस प्रकार से इस देवभूमि से निकलने वाली मां गंगा अपने किनारे बसे सभी प्राणियों को बिना भेदभाव के अभिसिंचित करती है इस सदन से निकलने वाली समान अधिकारों की ये गंगा हमारे सभी नागरिकों के संवैधानिक अधिकारों को सुनिश्चित करेगी।

अनेकता में एकता यही भारत की विशेषता : CM

सीएम धामी ने कहा हम हमेशा से कहते आएं हैं कि अनेकता में एकता यही भारत की विशेषता है। यह बिल उसी एकता की बात करता है जिस एकता का नारा हम वर्षों से लगाते आएं हैं। आज हम आजादी के अमृतकाल में हैं और हम सभी का यह कर्तव्य है कि हम एक समरस समाज का निर्माण करें जहां पर संवैधानिक प्रावधान सभी के लिए समान हो। जब हम समान मन की बात करते हैं तो उसका यह अर्थ बिल्कुल नहीं है कि हम सभी के कार्यों में एकरूपता हो बल्कि इसका अर्थ यह है कि हम सभी समान विचार और व्यवहार द्वारा कानूनी कार्रवाई करें।

आज हमारा संकल्प पूरा हो रहा है : CM

सीएम धामी ने कहा यूसीसी के विषय पर मुझे यह कहते हुए अत्यंत ख़ुशी हो रही है कि हमने जो संकल्प लिया था, आज इस सदन में उस संकल्प की सिद्धि होने जा रही है। आज समय आ गया है कि हम वोट बैंक की राजनीति से ऊपर उठकर, एक ऐसे समाज का निर्माण करें जिसमें हर स्तर पर समता हो। वैसी ही समता, जिसके आदर्श मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम हैं। हमारी देवभूमि समानता से सभी का सम्मान करना सिखाती है। जैसे यहां के चार धाम और कई मंदिर हमारे लिए पूजनीय है, वैसे ही पिरान कलियर भी हमारे लिए एक पवित्र स्थान है।

भेदभाव को खत्म करेगा UCC : CM

सीएम धामी ने कहा कि हम उस सत्य की बात कर रहे हैं जिसे संविधान के अनुच्छेद 44 में होने के बावजूद अब तक दबा कर रखा। वही सत्य, जिसे 1985 के शाह बानो केस के बाद भी स्वीकार नहीं किया गया। नागरिकों के बीच भेद को कायम रखा गया? क्यों समुदायों के बीच असामनता की खाई खोदी गई? लेकिन अब इस खाई को भरा जाएगा। यह काम आज से, अभी से, यहीं से शुरू होगा। सीएम ने कहा यूसीसी विवाह, भरण-पोषण, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह विच्छेद जैसे मामलों में भेदभाव न करते हुए सभी को बराबरी का अधिकार देगा। यही प्रत्येक नागरिक का मौलिक अधिकार भी है।

महिलाओं के खिलाफ अपराध में आएगी कमी : CM

सीएम धामी ने कहा पीएम मोदी के शब्दों में कहा कि यही समय है, सही समय है। अब समय आ गया है कि महिलाओं के साथ होने वाले अत्यचारों को रोका जाए। आजादी से पहले हमारे देश में जो शासन व्यवस्था थी, उसकी सिर्फ एक ही नीति थी और वो नीति थी फूट डालो और राज करो। अपनी उसी नीति को अपनाकर उन्होंने कभी भी सबके लिए समान कानून का निर्माण नहीं होने दिया।

सीएम ने साधा विपक्ष पर निशाना

सीएम धामी ने कहा संविधान सभा ने इससे संबंधित विषयों को संविधान की समवर्ती सूची का अंग बनाया है। जिससे केन्द्र सरकार के साथ-साथ राज्य सरकारें भी अपने राज्य के लिए समान नागरिक संहिता पर कानून बना सकें। आखिर क्यों आजादी के बाद 60 सालों से अधिक समय तक राज करने वाले लोगों ने समान नागरिक संहिता को लागू करने के बारें में विचार तक नहीं किया। वे राष्ट्रनीति को भूलकर सिर्फ और सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति करते रहे।

हमारी माताओं-बहनों के इंतजार की घड़िया हो रही है खत्म : CM

सीएम धामी ने कहा हमारी माताओं-बहनों के इंतजार की घड़िया अब समाप्त होने जा रही हैं। उत्तराखंड इसका साक्षी बनने जा रहा है जिसके निर्माण के लिए इस प्रदेश की मातृशक्ति ने अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया। सीएम ने कहा हमारी सरकार का यह कदम संविधान में लिखित नीति और सिद्धांत के अनुरूप है। यह महिला सुरक्षा तथा महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण अध्याय है।

भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रही है : CM

सीएम धामी ने कहा हमारे देश के प्रधानमंत्री विकसित भारत का सपना देख रहे हैं। भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रही है। उनके नेतृत्व में यह देश तीन तलाक और धारा-370 जैसी ऐतिहासिक गलतियों को सुधारने के पथ पर है। UCC का विधेयक पीएम मोदी द्वारादेश को विकसित, संगठित, समरस और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लिए किए जा रहे महान यज्ञ में हमारे प्रदेश द्वारा अर्पित की गई एक आहुति मात्र है।

जाति-धर्म का भेद खत्म करेगा UCC

सीएम धामी ने कहा UCC के इस विधेयक में समान नागरिक संहिता के अंतर्गत जाति, धर्म, क्षेत्र व लिंग के आधार पर भेद करने वाले व्यक्तिगत नागरिक मामलों से संबंधित सभी कानूनों में एकरूपता लाने का प्रयास किया गया है। हमनें संविधान के अनुच्छेद 342 के अंतर्गत वर्णित हमारी अनुसूचित जनजातियों को इस संहिता से बाहर रखा है, जिससे उन जनजातियों का और उनके रीति रिवाजों का संरक्षण किया जा सके। इस संहिता में यह भी स्पष्ट कर दिया गया है कि विवाह केवल और केवल एक पुरुष व एक महिला के मध्य ही हो सकता है। ऐसा करके हमने समाज को एक स्पष्टता देने व देश की संस्कृति को भी बचाने का काम किया है।

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Sakshi Chhamalwan उत्तराखंड में डिजिटल मीडिया से जुड़ीं युवा पत्रकार हैं। साक्षी टीवी मीडिया का भी अनुभव रखती हैं। मौजूदा वक्त में साक्षी खबरउत्तराखंड.कॉम के साथ जुड़ी हैं। साक्षी उत्तराखंड की राजनीतिक हलचल के साथ साथ, देश, दुनिया, और धर्म जैसी बीट पर काम करती हैं।