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सीएम धामी ने की जलागम विभाग की समीक्षा, सूखी नदियों को पुनर्जीवित करने के दिए निर्देश

Yogita Bisht
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सीएम दून बैठक

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जलागम विभाग की समीक्षा जलागम निदेशालय, इंदिरा नगर में किया। इस समीक्षा बैठक में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, मुख्य सचिव राधा रतूड़ी सहित सरकार के कई आला अधिकारी मौजूद रहे।

सीएम धामी ने की जलागम विभाग की समीक्षा

समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि इस समीक्षा बैठक में लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए, महिला सशक्तिकरण के साथ-साथ जो नाले और नदियां सूख गए हैं उनको फिर से जीवित करने के लिए बैठक में निर्णय लिया गया।

सूखी नदियों को पुनर्जीवित करने के दिए निर्देश

मुख्यमंत्री ने जलागम विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि गांव को जलागम विभाग अपने योजना में लेकर उनका विकास करें। इसके साथ ही सीएम धामी कहा कि प्रदेश की जो नदियां सूख गई है उनको भी पुनर्जीवित करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सरकार की जो योजनाएं चल रही है उनको प्रभावी ढंग से धरातल पर उतरने के निर्देश दिए गए हैं।

मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए उठाएं जाए प्रभावी कदम

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जलागम विकास परियोजनाओं के नियोजन और क्रियान्वयन के लिए सतत जल संसाधन प्रबन्धन, सतत भूमि एवं पारिस्थतिकी प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन न्यूनीकरण और जैव विविधता संरक्षण को ध्यान में रखते हुए कार्य किए जाएं। इसके साथ ही मानव वन्यजीव संघर्ष को कम करने के लिए वन विभाग के साथ मिलकर प्रभावी कदम उठाए जाएं। पारंपरिक उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही कृषि योग्य बंजर भूमि में औद्यानिकी और कृषि-वानिकी गतिविधियों द्वारा कृषकों की आय में वृद्धि करने के लिए कार्य किये जाएं। जलागम की योजनाओं में महिला सशक्तीकरण के लिए महिलाओं की भागीदारी को बढ़ाया जाए।

वनाग्नि की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में बनाई जाए छोटी तलैया

सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रारंभिक चरण में राज्य की दो नदियों को चिन्हित कर उनके पुनर्जीवीकरण की दिशा में कार्य किए जाएं। इसमें एक नदी गढ़वाल मण्डल से और एक नदी कुंमाऊ मण्डल से चुनी जाए। वनाग्नि की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्रों में छोटी-छोटी तलैया बनाई जाए, इसमें जन सहयोग भी लिया जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के साथ ही लोगों की आजीविका को बढ़ाने की दिशा में जलागम विभाग द्वारा विशेष ध्यान दिया जाए।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।