उत्तरकाशी के सिलक्यारा में सुरंग में फंसे मजदूरों को 16 दिनों के संघर्ष के बाद 17वें दिन बाहर निकाल गया। जिसके बाद देवभूमि उत्तराखंड में दिवाली मनाई गई। इस दौरान सीएम धामी मजदूरों के परिजनों के साथ थिरके और उन्होंने भैलौ भी खेला।
मजदूरों के परिजनों के साथ थिरके सीएम
मजदूरों के बाहर आने की खुशी में बुधवार को उत्तराखंड में लोकपर्व इगास मनाया गया। इस दौरान मुख्यमंत्री आवास में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यकरम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी टनल से मिकले गए मजदूरों के परिजनों के साथ थिरके।

सीएम धामी ने खेला भैलो
इगास लोकपर्व उत्तराखंड के गढ़वाल में धूमधाम से मनाया जाता है। जबकि इस पर्व को कुमाऊं में बूढ़ी दिवाली कहा जता है। पूरे उत्तराखंड में दिवाली के 11 दिन बाद दिवाली मनाई जाती है। इस दिन भैलो खेला जाता है। सीएम धामी ने भी बुधवार शाम इगास मनाते हुए भैलौ खेला।

बचाव अभियान के सभी सदस्यों का किया धन्यवाद
सीएम धामी ने कहा कि बचाव दल की तत्परता, टेक्नोलॉजी के सहयोग तथा सुरंग के अंदर फंसे श्रमिक बंधुओं की जीवटता के साथ ही प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन एवं बौखनाग देवता की कृपा से यह अभियान सफल हुआ और हमारे श्रमिक भाई सकुशल हमारे बीच आए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके लिए ये अवसर बड़ी खुशी का रहा है। जितनी प्रसन्नता श्रमिक बंधुओं और उनके परिजनों को है, उतनी ही प्रसन्नता उन्हें भी हुई है। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान से जुड़े एक-एक सदस्य का वे हृदय से आभार प्रकट करते है। जिन्होंने देवदूत बनकर इस अभियान को सफल बनाया। उन्होंने कहा कि सही मायनों में हमें अब ईगास पर्व की खुशी मिली है।