हिमाचल प्रदेश में बारिश ने तबाही मचाई हुई है। आनी के निरमंड में दो जगह, कुल्लू के मलाणा, मंडी जिले के थलटूखोड़ व चंबा जिले में बादल फटा है। बादल के फटने से कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। तीनो जगह पर करीब 53 लोग लापता हो गए हैं। बादल फटने की घटना के बाद मंडी में सभी स्कूल और शिक्षण संस्थान बंद कर दिए गए हैं।
थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने से तबाही
मंडी जिले के थलटूखोड़ में आधी रात बादल फटने से तबाही मच गई। यहां मकान ढहने की सूचना है। सड़क कनेक्टिविटी भी ठप हुई है। मौके पर एसडीआरएफ समेत अन्य टीमें रवाना हो गई हैं। यहां कई लोग लापता हैं। तीन घर बहने की सूचना है।
थलटूखोड़ में बादल फटने से 9 लोग लापता
वहीं पधर उपमंडल के थलटूखोड़ में बादल फटने की घटना में नौ लोग लापता हैं। एक शव बरामद किया गया है। जबकि 35 लोग सुरक्षित हैं। रेस्क्यू के लिए एयरफोर्स को अलर्ट किया गया है। मदद की जरुरत होने पर सेवाएं ली जाएंगी। सड़क टूटने और रास्ते नष्ट होने के कारण घटनास्थल तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है।
शिमला-कुल्लू सीमा पर बादल फटने से तबाही
इसके अलावा शिमला-कुल्लू सीमा पर बादल फटने से तबाही मची हुई है। कई मकान, स्कूल और अस्पताल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कई लोगों के लापता होने की खबर है। राहत एवं बचाव कार्य जारी है। यहां बादल फटने से 20 लोग लापता बताए जा रहे हैं।
गुरुवार की तड़के बादल फटा
वहीं निरमंड ब्लॉक के झाकड़ी में समेड खड्ड में हाइड्रो प्रोजेक्ट के नजदीक बादल फटने की सूचना मिली है। यहां गुरुवार की तड़के बादल फटा है। बादल फटने से 19 लोगों के लापता होने की जानकारी है।
मलाणा टू पावर प्रोजेक्ट को भारी क्षति
उधऱ, कुल्लू जिले के मलाणा नाले में भारी बारिश के दौरान बादल फटने से मलाणा वन और मलाणा टू पावर प्रोजेक्ट को भारी क्षति पहुंची है। भारी बारिश के बाद पार्वती नदी का भी जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बढ़ गया है। इसी के साथ-साथ व्यास नदी और तीर्थन नदियों का जलस्तर भी बढ़ा हुआ है। सभी से नदी नालों से सुरक्षित स्थानों पर रहने के लिए अपील की गई है।