उधमसिंह नगर के बहू चर्चित एनएच घोटाले मामले में आईएएस चंद्रेश कुमार यादव को क्लीन चिट मिल गई है और साथ ही सरकार द्वारा उन्हें सलेक्शन ग्रेड भी दिया गया है। इतना ही नहीं क्लीन चिट देने के साथ ही उन्हें भविष्य के लिए सचेत रहने की चेतावनी दी गई है। अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी की तरफ से यह आदेश जारी किया गया है। बता दें कि 25 मार्च 2017 को एनएच-74 में बरेली-ऊधमसिंहनगर मार्ग के चौड़ीकरण को अधिग्रहीत भूमि के मुआवजे में घोटाला सामने आया था। इस मामले में ऊधमसिंहनगर जिले में भी भूमि अधिग्रहण संबंधी कई विवाद सामने आये थे और कृषि भूमि को अकृषि दर्शाकर मुआवजे के भुगतान में गड़बड़ी की बात सामने आई थी। जिस पर बड़ी कार्रवाई शासन द्वारा की गई। जांच के दायरे में कई पीसीएस अधिकारी आए थे। एक पीसीएस तब रिटायर भी हो चुके थे। फिर एसआईटी जांच के दायरे में दो आईएएस डॉ. पंकज पांडे और चंद्रेश कुमार यादव के आने पर उन्हें निलंबित कर दिया गया था।
आईएएस चंद्रेश को मिला सलेक्शन ग्रेड
वहीं इसके बाद इस केस में दाखिल चार्जशीट में चंद्रेश यादव का नाम भी शामिल हुआ। हालांकि, चंद्रेश को कुछ समय बाद बहाल भी किया गया। आईएएस चंद्रेश के खिलाफ विभागीय जांच, प्रमुख सचिव आनंदबर्धन कर रहे थे। जांच रिपोर्ट मिलने के बाद अब उन्हें क्लीन चिट दे दी गई। 2005 बैच के आईएएस चंद्रेश के साथ अन्य आईएएस अधिकारियों को वर्ष 2018 में सलेक्शन ग्रेड मिल गया था।
प्रभारी सचिव बनने का रास्ता साफ
वहीं सरकार द्वारा सलेक्शन ग्रेड देने के बाद चंद्रेश यादव का प्रभारी सचिव बनने का रास्ता साफ हो गया है। बता दें कि आईएएस एवं प्रभारी सचिव डॉ. पंकज पांडे के खिलाफ विभागीय जांच जारी है। सचिव भूपिंदर कौर औलख के वीआरएस लेने के बाद जांच भी प्रमुख सचिव आनंदबर्धन को सौंपी गई है।