Big News : चमोली: सुमना में एक साल बाद बर्फ में मिले तीन शव, तीन अब भी लापता - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

चमोली: सुमना में एक साल बाद बर्फ में मिले तीन शव, तीन अब भी लापता

Sakshi Chhamalwan
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SUMNA CHAMOLI avalanche-ukhand
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चमोली के सुमना में एक साल पहले हुए हिमस्खलन में दबे तीन मजदूरों के शव बरामद हुए हैं। ये शव सोमवार को मिले। इसके बाद इस हादसे में मरने वालों की संख्या 15 हो गई है। अब भी तीन मजदूर लापता हैं। जिन तीन मजदूरों के शव मिले हैं उनके शवों को हेलिकॉप्टर से जोशीमठ लाया गया है।

जोशीमठ में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे जा रहे हैं। 24 अप्रैल को बर्फबारी के दौरान बीआरओ के कैंप पर हिमस्खलन के कारण बीआरओ के मजदूर दब गए थे। जबकि 384 मजदूरों को सेना केे जवानों ने सकुशल निकाल दिया था।

एक साल बाद मिले तीन शव

सोमवार को छह लापता मजदूरों में से तीन मजदूरों के शव बर्फ से बरामद कर दिए गए हैं। शव की शिनाख्त सर्किल सिंह (30) पुत्र जयराम सिंह निवासी पहरीडीहा, जस्टीकर थाना जरमुंडी दुमडा झारखंड, उपेंद्र सिंह (20) पुत्र रामप्रसाद सिंह निवासी पहरीडीहा जस्टीकर थाना जरमुंडी दुमका झारखंड के रूप में हुई है। जबकि तीसरे की शिनाख्त नहीं हो पाई है।

बर्फ हटाने का कार्य जारी

मलारी से आगे सड़क पर बिछी बर्फ को हटाने का काम भी जारी है। बीआरओ की तीन जेसीबी बर्फ हटाने में लगी हैं। सड़क से बर्फ हटने के बाद बीआरओ ने सुरक्षित बचे मजदूरों को वाहनों से जोशीमठ पहुंचाया। वहीं सुमना क्षेत्र में सोमवार को हालांकि तेज धूप खिली रही है, लेकिन दोपहर बाद आंधी देखने को मिल रही है।

भारत-चीन सीमा पर बीआरओ की ओर से सड़क मार्ग से बर्फ हटाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है। बीआरओ की जेसीबी दिन-रात बर्फ हटाने में लगी हैं, जिससे जल्द से जल्द आपदा प्रभावित क्षेत्र तक पहुंचा जा सके। बीआरओ अभी तक मलारी से 16 किलोमीटर तक सड़क सेे बर्फ हटा चुका है, जबकि 25 से 30 किमी तक बर्फ और हटानी होगी।

राहत-बचाव कार्य जारी

सुमना में आपदा प्रभावित क्षेत्र तक सड़क बर्फ में ढकी होने के कारण हेलीकॉप्टर से ही राहत-बचाव कार्य जारी है। बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि अभी 25 से 30 किमी तक बर्फ हटानी बाकी है। दो से तीन दिन में सड़क से बर्फ हटाने का कार्य पूरा हो जाएगा।

एक साल पहले हुआ था हादसा

आपको बता दें एक साल पहले 24 अप्रैल को सुमना के पास हिमनद टूटने से सीमा सड़क संगठन के दो कैंप इसकी चपेट में आ गए थ। हिमस्खलन के समय मौके पर सीमा सड़क संगठन का निर्माण कार्य चल रहा था जहां मजदूर काम कर रहे थे। इस दौरान वहां काम कर रहे मजदूर बर्फ में दबकर लापता हो गए थे।

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Sakshi Chhamalwan उत्तराखंड में डिजिटल मीडिया से जुड़ीं युवा पत्रकार हैं। साक्षी टीवी मीडिया का भी अनुभव रखती हैं। मौजूदा वक्त में साक्षी खबरउत्तराखंड.कॉम के साथ जुड़ी हैं। साक्षी उत्तराखंड की राजनीतिक हलचल के साथ साथ, देश, दुनिया, और धर्म जैसी बीट पर काम करती हैं।