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गढ़वाल की ऐतिहासिक रामलीला में पहुंचे बॉलीवुड स्टार शक्ति कपूर, अपने अंदाज से बांधा समा

Yogita Bisht
3 Min Read
शक्ति कपूर

गढ़वाल की ऐतिहासिक रामलीला के छठे दिन शक्ति कपूर पहुंचे। जहां उन्होंने दीप प्रज्वलन कर भव्य–रामलीला छठे दिवस का शुभारंभ किया और अपने अंदाज से समां बांधा। उन्होंने अपनी प्रसिद्ध फिल्मों के डायलॉग बोल दर्शकों को खूब हंसाया।

गढ़वाल की ऐतिहासिक रामलीला में पहुंचे बॉलीवुड स्टार शक्ति कपूर

“श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून (पंजी.)” द्वारा गढ़वाल की ऐतिहासिक रामलीला में छठे दिवस का मंचन बॉलीवुड स्टार शक्ति कपूर ने दीप प्रज्वलन कर रामलीला छठे दिवस का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि बॉलीवुड स्टार शक्ति कपूर की रामलीला स्टेज पर ” लेजर की अद्धभुत गुफा ” में से मंच पर स्वागत किया गया। दर्शकों की मांग पर उन्होंने अपनी सुपर हिट फिल्मों के डायलॉग बोले और पूरा पंडाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।

शूर्पनखा के नृत्य पर झूम उठे दर्शक

“श्री रामकृष्ण लीला समिति टिहरी 1952, देहरादून” कि रामलीला- छठे दिवस में आज शूर्पनखा लीला व सीता हरण का मंचन हुआ। उत्तराखंड में पहली बार लेजर वॉल की अदभुद प्रस्तुति से “लक्ष्मण रेखा” के साथ रावण के लक्ष्मण–रेखा के छूने पर “Digital चिंगारीयों” से पूरा माहौल मंत्र मुग्ध हो गया। रामलीला ‘ मंच पर रामलीला मंच पर झोपड़ी के साथ Digital जंगल में सीता–हरण के दृश्य को अलौकिक बना दिया। शूर्पनखा लीला में शूर्पनखा के नृत्य पर दर्शक झूम उठे। दर्शक अद्धभुत तकनीक युक्त मंच को देख मंत्रमुग्ध हो गए।

GARHWALI RAMLEELA
मंच पर शक्ति कपूर

ऐतिहासिक है पुरानी टिहरी की रामलीला

राजधानी रामलीला 1952 से पुरानी टिहरी की रामलीला 1952 के आजाद मैदान में 2002 तक टिहरी के डूबने तक होती रही और टिहरी के जलमग्न होने के बाद देहरादून में इसको 21 वर्षों बाद भव्य रूप से 2023 में पुनर्जीवित किया गया। 2023 में आयोजित भव्य रामलीला में विशेष आकर्षण के रूप में उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार Laser Show व Digital Live Telecast का प्रसारण किया गया था। जिससे विभिन्न माध्यमों के द्वारा रामलीला मंचन को 2023 में रिकॉर्ड 10 लाख लोगों तक पहुंचने में सफलता पाई।

GARHWALI RAMLEELA
पुरानी टिहरी की रामलीला

इससे गढ़वाल के इतिहास को भव्य रूप से पुनर्जीवित करने का मौका मिलेगा और आने वाली पीढ़ियों के लिए मनोरंजन से अपने इतिहास और सनातन धर्म की परंपराओं के साथ जुड़ने का अवसर भी मिलेगा। इस बार रामलीला में विशेष आकर्षण के रूप में उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार Digital Live Telecast System से रामलीला मंचन का प्रसारण को 50लाख से अधिक दर्शको द्वारा देखा जाएगा।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।