प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा सोमवार को बीजेपी की सदस्यता लिए जाने के साथ ही भाजपा का सदस्यता अभियान जहां देशभर में शुरू हो चला है तो वहीं उत्तराखंड में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा सदस्यता लिए जाने के साथ ही उत्तराखंड में भी सदस्यता अभियान शुरू हो गया है। बीजेपी ने इस बार एक बड़ा लक्ष्य सदस्य बनाने का रखा है। इसके साथ ही सदस्यता अभियान के साथ अब बूथ स्तर से लेकर प्रदेश अध्यक्ष तक भी बदलाव को लेकर चर्चाएं शुरू हो चली है।
विश्व की सबसे बड़ी पार्टी का सदस्यता अभियान शुरू
विश्व की सबसे बड़ी पार्टी भाजरपा का सदस्यता अभियान शुरू हो गया है। उत्तराखंड में भी आज से बीजेपी का सदस्यता अभियान शुरू हो गया है। सीएम धामी ने आज पहले सदस्य के रूप में भाजपा की सदस्यता ली बता दें कि ये अभियान दो चरणों में आयोजित किया जा रहा है। पहला चरण 2 सितंबर से 25 सितंबर तक चलेगा। जबकि दूसरा चरण एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक चलेगा।
उत्तराखंड में भी शुरू हुआ बीजेपी का सदस्यता अभियान
आज से उत्तराखंड में भी भाजपा का सदस्यता अभियान शुरू हो गया है। उत्तराखंड में पार्टी ने 23 लाख सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। हर तीन साल बाद भारतीय जनता पार्टी सदस्यता अभियान के साथ ही संगठन का विस्तार करने के साथ संगठन में भी बदलाव करती है। यानी कि भारतीय जनता पार्टी का जो सदस्यता अभियान चल रहा है जब वो 10 नवंबर को पूरा हो जाएगा तो उसके बाद बूथ अध्यक्ष से लेकर मंडल अध्यक्ष जिला अध्यक्ष और प्रदेश अध्यक्ष की चयन की प्रक्रिया नई सीरीज से शुरू होगी।
इसके तहत पार्टी नए चेहरों को नई जिम्मेदारियां भी प्रदेश में देने का काम करेगी। सदस्यता अभियान शुरू होने को लेकर सीएम धामी और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि पार्टी ने जो लक्ष्य तय किया है, उससे भी अधिक सदस्य पार्टी बनाने का काम करेगी जिसके लिए सभी नेता सदस्य बनाने के लिए काम करेंगे।
हर बूथ पर 200 सदस्य बनने का लक्ष्य
भाजपा के संगठन महामंत्री आदित्य कोठारी का कहना है कि सदस्यता अभियान दो चरणों में चलाया जाएगा। पहले 2 सितंबर से 15 सितंबर तक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। उसके बाद एक अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक सदस्यता अभियान चलाया जाएगा। पार्टी ने लक्ष्य तय किया है की जितने वोट पार्टी को 2024 के लोकसभा चुनाव में हासिल हुए थे उसके 75% मतदाताओं को पार्टी भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता दिलाएगी। हर बूथ पर लगभग 200 सदस्य बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। बता दें कि उत्तराखंड में 11 हजार से ज्यादा पोलिंग बूथ हैं।