मनीष डंगवाल
देहरादून : सरकार से नाराजगी की चर्चाओं ने जोर पकड़ा तो सरकार और संगठन भी नाराजगी को दूर करने में जुट गये। बयान भी जारी किया गया कि सरकार और संगठन के बीच सबकुछ ठीक चल रहा है, लेकिन यह नहीं कहा गया कि नाराज विधायक मान गए हैं। उनकी कोई समस्या नहीं है। भाजपा के देहरादून जिले के विधायकों ने वरिष्ठ भाजपा विधायक हरबंश कपूर की अध्यक्षता में बैठक कर ताजा हालातों पर चर्चा की। हालांकि जो बातें बैठक से निकली हैं, उसमें समाधान कम और चिंताएं ज्यादा नजर आई हैं।
बिशन सिंह चुफाल, पूरन सिंह फर्तयाल, उमेश शर्मा काऊ ने खुलेतौर पर सरकार से नाराजगी जताई है। पूरन सिंह फर्तयाल ने तो सरकार की जीरो टाॅलरेंस नीति तक पर सवाल खड़े कर दिए थे। चुफाल ने भी कहा था कि उनकी बात सुनी नहीं जा रही है। इसको लेकर विधायकों ने आलाकमान से भी शिकायत की। अब विधायक अलग-अलग गुटों में भी बैठकें करने लगे हैं। इसे विधायकों की नाजगी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि कहा यह जा रहा है कि यह बैठकें ‘ऑल इव वेल’ का मैसेज देने के लिए की जा रही हैं। सच्चाई यह है कि देहरादून शहर के भाजपा विधायकों ने बैठक में अपनी पीड़ा एक-दूसरे से साझा की। कोराना महामारी के संकट के बीच विधायकों के काम नहीं हो पा रहे हैं।
इस बात से विधायक परेशान हैं। जनता विकास का हिसाब मांगनें लगी है, विधायकों से संपर्क कर रही है, लेकिन माकूल जवाब नहीं मिलने पर लोगों के बीच नकारात्मक माहौल बन रहा है। यही चिंता विधायकों को परेशान कर रही है। देहरादून जिले के जिन विधायकों की बैठक हुई। उसमें भी यही बात निकलकर आई है कि विकास कार्यों की गति रुक जाने से दिक्कतें हो रही हैं। यही उनकी नाराजगी का कारण भी है। भाजपा विधायक हरबंश कपूर का कहना है कि सरकार से किसी विधायक की नाराजगी होगी उनको ऐसा नहीं लगता है। लेकिन, कोरोना महामारी की वजह से विधायकों के साथ जनता और यहां तक कि सरकार के सामने भी दिक्कतें आ गई हैं। जिसके चलते विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
मसूरी से भाजपा विधायक गणेश जोशी का कहना है कि कोराना महामारी के चलते विधायकों की विधायक नीधि कट जाने से विधायकों के सामने दिक्कतें खड़ी हो गई हैं। जिसका सरकार को संज्ञान लेना चाहिए। ताकि जनता की छोटी-छोटी समस्याओं का समाधान हो सके। वहीं, राजपुर से भाजपा विधायक खजान दास का कहना है कि विधायकों के मन में कोई पीड़ा नहीं है। बस कोराना महामारी इस समय सबसे बड़ी चिंता हैै।