उत्तराखंड में मानसून की बारिश ने कहर बरपाया हुआ है. नैनीताल जिले में पिछले तीन दिनों में हुई भारी बरसात के बाद लालकुआं क्षेत्र में दो दर्जन से अधिक ग्रामीण और शहरी इलाके पूरी तरह से जलमग्न हो गए हैं। जिससे घरों और कॉलोनियो में भारी जलभराव हुआ है। लालकुआं से भाजपा विधायक डॉ मोहन सिंह बिष्ट ने इसके लिए अधिकारियों को जिम्मेदार बताया है।
MLA ने जलभराव के लिए अधिकारियों को ठहराया जिम्मेदार
विधायक का कहना है कि बिना सोचे समझे अधिकारियों ने देवखड़ी नाले को लालकुआं आने वाली नहरों में मिला दिया जिस वजह से पूरा क्षेत्र जलमग्न हो गया। विधायक मोहन बिष्ट ने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही और बिना सोचे समझे काम किए जाने की वजह से आज यह हालात हुए हैं.
लापरवाही का खामियाजा भुगत रही जनता
विधायक ने कहा कि वह पिछले तीन महीनों से अधिकारियों से कह हैं कि नहर की सफाई होनी चाहिए लेकिन अधिकारियों की लापरवाही का खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि देवखड़ी नाले को गौला में शिफ्ट करने पर ही इस समस्या का समाधान हो सकता है।
IMD ने उत्तराखंड के इन जिलों के लिए जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार मंगलवार को देहरादून, पौड़ी, चमोली, रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, उधमसिंह नगर जिले में कहीं-कहीं तेज बारिश के साथ ही कई दौर की भारी बारिश की संभावना जताई है। जिसे लेकर येलो अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही मौसम वैज्ञानिकों ने संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन की आशंका को देखते हुए ना जाने की अपील भी की है।