नई दिल्ली: मोदी सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल को केंद्रीय मंत्री का दर्जा देने का फैसला किया है। मोदी सरकार ने यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए लिया है। उनकी यह नियुक्ति पांच वर्षों के लिए होगी। अजित डोभाल पीएम मोदी की पिछली सरकार में भी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद की जिम्मेदारी निभा रहे थे। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल को कुछ महीने पहले ही जेड श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी।
अजीत डोभाल को केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दी गई है। इतना ही नहीं अजीत डोभाल का असर उनके बेटे सौर्य डोभाल पर भी पड़ा है। केंद्रीय एजेंसियों की ओर ये तैयार सुरक्षा आकलन रिपोर्ट के बाद शौर्य डोभाल को केंद्रीय अर्धसैनिक बल के मोबाइल सुरक्षा कवर के तहत लाया गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि उन्हें उनके पिता के विरोधियों से खतरा है। NSA अजित डोभाल को केबिनेट का दर्जा मिलने से उत्तराखंड के नाम भी एक और उपलब्धि जुड़ गयी है। इस तरह देखा जाए तो उत्तराखंड को दो केबिनेट मिनिस्टर मिल गए हैं।