नई दिल्ली: ट्रेन में सफर करने वालों की जेब पर बोझ बढ़ सकता है। रेलवे का प्रस्ताव धरातल पर उतरा तो जल्द ही देश के बड़े रेलवे स्टेशनों पर एयपोर्ट की तर्ज पर यूजर चार्ज वसूला जाएगा, जिसका सीधा असर यात्रियों की जेब पर पड़ेगा। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रेलवे बोर्ड के सीईओ और अध्यक्ष विनोद कुमार यादव का कहना है कि देश के 15 फीसदी रेलवे स्टेशनों पर यूजर चार्ज लगाया जाना है। A1 श्रेणी में देहरादून का नाम भी शामिल है।
भारतीय रेल के पास करीब 7000 रेलवे स्टेशन हैं। इनमें से 15 फीसदी स्टेशनों पर यदि शुल्क लगता है तो इनकी संख्या 1000 से अधिक होगी। रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि पहले बड़े स्टेशनों मतलब कि A-1 और A श्रेणी के स्टेशनों पर यूजर चार्ज लगाया जाएगा। रेल मंत्रालय ने इस समय कमाई के हिसाब से स्टेशनों की श्रेणी तय कर दी है। देश में खूब कमाई करने वाले इस समय 75 स्टेशन हैं। इन्हें A-1 स्टेशन का दर्जा दिया गया है। इनसे थोड़ा कम लेकिन अन्य स्टेशनों से ज्यादा कमाई करने वाले 332 स्टेशन हैं। इनका A श्रेणी का स्टेशन कहा जाता है।
रेलवे बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि 1000 से भी ज्यादा स्टेशनों पर जब यूजर चार्ज लगाया जाएगा तो ए1 और ए श्रेणी के स्टेशनों पर तो यूजर चार्ज लगना तय है। इसके अलावा बी श्रेणी के कुछ स्टेशनों पर भी यूजर चार्ज लगाया जाएगा। चूंकि A-1 और A श्रेणी के स्टेशनों को मिला दें तो यह 407 स्टेशन ही होते हैं।