देहरादून: प्रमोशन में आरक्षण क्या समाप्त हुआ। उत्तराखंड में प्रमोशन में ही नया खेल शुरू हो गया। ताजा मामला खाद्य आपूर्ति विभाग का है। ये ऐसा अनोखा मामला है, जिसके बारे में जानकर आप भी हैरार रह जाएंगे। विभागीय अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के संज्ञान में लाए बगैर शिथिलता के आधार पर एक अधिकारी को पहले प्रमोशन दिया और फिर उसी दिन रिटायर भी कर दिया।
उत्तराखंड जनरल-ओबीसी मोर्चा के अध्यक्ष दीपक जोशी ने आरोप लगाया है कि जो विभाग मुख्यमंत्री के पास है, उसमें इस तरह के काम हो रहे हैं। उनका आरोप है कि शिथिलता के आधार पर सरकार ने पदोन्नति पर रोक लगाई है। सरककर इस गलत तो मानते है, लेकिन सरकार के चहेते अधिकारियों को शिथिलता के आधार पर पदोन्नति का लाभ दिया जा रहा है। ताजा मामला खाद्य आपूर्ति विभाग में देखने को मिला। ख़ास बात यह है कि ये विभाग सीएम के पास है।
30 अप्रैल को एक अधिकारी को उसी दिन शिथिलता के आधार पर पदोन्न्ति दी जाती है और फिर उसी दिन सेवानिवृत्त भी कर दिया गया। दीपक जोशी का आरोप है कि ये पूरी तरह से गलत है। उन्होंने मांग की है कि या तो सभी कर्मचारियों को शिथिलता का लाभ दिया जाए या फिर रिटायर हो चुके कर्मचारी का प्रमोशन और उसके लाभ वापस लिए जाएं।