नई दिल्ली: दिल्ली की निजामुद्दीन तब्लीगी मरकज मामले की जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। अपराध शाखा की जांच में पता चला है कि जमातियों से मरकज प्रबंधन ने धार्मिक कार्यक्रम और दूसरी चीजों के नाम पर मोटी रकम ली थी। यही कारण था कि उनको बाहर नहीं निकाला जा रहा था। जानकारी में ये भी सामने आया है कि मरकज में जाने वाले हर जमाती से कैश में रकम लेकर बैंक में जमा की जाती थी।
अब अपराध शाखा मरकज के बैंक खातों की जानकारी खंगाल रही है। लेनदेन और बैंक खातों की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) कर सकता है। दिल्ली पुलिस इसके लिए जरूरी दस्तावेज जुटा रही है। अपराध शाखा के पुलिस मुख्यालय में बैठने वाले एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मरकज में आने वाले हर जमाती से मरकज में रहने, खाने और धार्मिक शिक्षा देने आदि के बदले रुपये लिए जाते थे।
जमाती की हैसियत देखकर ज्यादा से ज्यादा पैसा लिया जा रहा था। हालांकि, इसकी कोई सीमा तय नहीं थी। रकम लेने के लिए मरकज में अलग से स्टाफ नियुक्त था। ये स्टाफ अंदाजा लगा लेता था कि कौन सा जमाती कितनी ज्यादा रकम दे सकता है। इसके बाद उससे उतनी ज्यादा ही रकम ली जाती थी।