Health : Covaxin ले चुके लोगो में भी दिखे साइड इफेक्ट्स, हर तीन में से एक वयक्ति को हो रहीं ये बिमारियां, जानिए - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

Covaxin ले चुके लोगो में भी दिखे साइड इफेक्ट्स, हर तीन में से एक वयक्ति को हो रहीं ये बिमारियां, जानिए

Uma Kothari
3 Min Read
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हाल ही में कोविशील्ड(Covishield) बनाने वाली कंपनी ऑक्सफोर्ड- एस्ट्राजेनेका ने स्वीकार किया है कि उसकी कोरोना वैक्सीन से लोगों में खून के थक्के समेत कई साइड इफेक्टस (Covishield Side Effects) हो सकते हैं। ऐसे में अब कोवैक्सीन (Covaxin) को लेकर भी एक हैरान कर देने वाली रिसर्च सामने आई है।अब तक केवल कोविशील्ड सवालों के घेरे में थी। लेकिन अब कोवैक्सीन एक रिसर्च ने(Covaxin Side Effects)पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। ऐसे में अगर आपने भी कोवैक्सीन लगाई तो ये खबर आपके लिए है।

Covaxin लगाने वाले लोगों में दिखे साइड इफेक्ट्स

कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड के साइड इफेक्ट्स पर उठे सवालों के बाद अब कोवैक्सीन भी शक के घेरे में हैं। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कोवैक्सीन को लेकर एक रिसर्च प्रकाशित की है। जिसके नतीजों ने कोविशील्ड के बाद अब कोवैक्सीन पर भी कई सवाल खड़े कर दिए हैं। BHU ने स्प्रिंगर लिंक जर्नल में अपनी स्टडी की रिपोर्ट प्रकाशित की। जिसके मुताबिक बताया जा रहा है कि कोवैक्सीन लगवाने वाले करीब एक तिहाई लोगों में कुछ साइड इफेक्ट्स देखने मिल रहे हैं।

ये साइड इफेक्ट्स आए नजर (Covaxin Side Effects)

BHU की इस स्टडी में एक हजार 24 लोगों को शामिल किया गया। इन लोगों में 635 किशोर और 291 युवा शामिल थे। जिनका टीका लगाने के एक साल बाद तक फॉलोअप और चेकअप लिया गाया। ऐसे में रिसर्च में शामिल लोगों में से करीब 48% यानी 304 किशोरों में वायरल अपर रेस्पेरेट्री ट्रैक इंफेक्शन जैसी समस्याएं देखी गई हैं। इसी के साथ 407% लोगों में नसों से जुड़ी दिक्कतें सामने आई। तो वहीं 5.8 % युवाओं में टीके की वजह से नसों और जोड़ों में दर्द देखा गया।

Covaxin का ज्यादा असर महिलाओं में

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का असर महिलाओं में ज्यादा देखने मिल रहा है। बता दें की करीब 4.6% महिलाओं में महावारी से जुड़ी परेशानियां हो रही हैं। 2.7 प्रतिशत महिलाओं में आंखों से जुड़ी दिक्कतें सामने आई हैं। इसके साथ ही 0.6 प्रतिशत महिलाओं में हाइपोथारोइडिज्म पाया गया हैं। तो वहीं कुल एक फिसदी लोगों में गंभीर साइड इफेक्ट्स भी देखे गए हैं।

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