Uttarakhand : रक्षाबंधन से पहले केदारनाथ मंदिर में भतुज मेले को लेकर उत्साह, फूलों से सजाया गया बाबा केदार का धाम - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

रक्षाबंधन से पहले केदारनाथ मंदिर में भतुज मेले को लेकर उत्साह, फूलों से सजाया गया बाबा केदार का धाम

Sakshi Chhamalwan
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kedarnath dham

रक्षाबंधन से एक दिन पहले बाबा केदार के धाम में भातुज मेला यानी की अन्नकूट उत्सव की धूम देखने को मिल रही है। अन्नकूट उत्सव को राखी से एक दिन पहले यानी की मंगलवार देर रात के बाद धूमधाम से मनाया जाएगा।

15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है धाम

अन्नकूट उत्सव के मौके पर बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) ने तैयारी पूरी कर ली है। बीकेटीसी के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि दानीदाता के सहयोग से 15 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।

क्यों मनाया जाता है भतुज मेला

  • केदारनाथ मंदिर में भतुज मेला (अन्नकूट उत्सव) मानाने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। इसका आयोजन रक्षाबंधन से ठीक पहले किया जाता है।
  • मेले में सर्वप्रथम केदारनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी भगवान शिव के स्वयंभू लिंग की विशेष पूजा-अर्चना करते हैं।
  • इसके बाद नए अनाजों का लेप लगाकर स्वयंभू लिंग का श्रृंगार किया जाता है। इस दौरान भोले बाबा के श्रृंगार का दृश्य अलौकिक होता है। श्रद्धालु रात दो बजे से सुबह चार बजे तक श्रृंगार किए गए भोले बाबा के स्वयंभू लिंग के दर्शन करते हैं।
  • इसके बाद भगवान को लगाया अनाज के इस लेप को यहां से हटाकर किसी साफ स्थान पर विसर्जित कर दिया जाता है।
  • मंदिर समिति के कर्मचारी मंदिर की साफ सफाई करने के बाद ही अगले दिन भगवान की नित्य पूजा-अर्चना करते हैं।
  • मान्यता है कि नए अनाज में पाए जाने वाले विष को भोले बाबा स्वयं ग्रहण करते हैं। इसलिए इस त्योहार को मनाने की परंपरा है।
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Sakshi Chhamalwan उत्तराखंड में डिजिटल मीडिया से जुड़ीं युवा पत्रकार हैं। साक्षी टीवी मीडिया का भी अनुभव रखती हैं। मौजूदा वक्त में साक्षी खबरउत्तराखंड.कॉम के साथ जुड़ी हैं। साक्षी उत्तराखंड की राजनीतिक हलचल के साथ साथ, देश, दुनिया, और धर्म जैसी बीट पर काम करती हैं।