उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 31 दिसंबर को अपनी मां और 4 बहनों का कत्ल करने वाले अरशद का एक दिल दहला देने वाला वीडियो सामने आया है। इस वीडियो में अरशद ने बताया कि वो और उसका परिवार हिंदू बनना चाहता था। लेकिन गांव में रहने वाले मुसलमानों को ये बात मंजूर नहीं थी। इसके लिए वो लोग उसके परिवार को परेशान करते रहते थे। उनकी जमीन पर भी गांव वालों ने कब्जा कर लिया था। इसी के साथ अरशद ने कई और आरोप भी लगाए हैं।
अरशद ने वीडियो में बताई वजह
ये वीडियो अरशद ने घटना को अंजाम देने के बाद बनाया है। अरशद ने बताया कि हम सभी लोग 10-15 दिन से ठंड में यहां वहां भटक रहे थे। सड़कों पर सोने को मजबूर थे। हम थक चुके हैं भटक भटक कर इसलिए मैंने और पापा ने मां और चार बहनों को मार डाला। इसी के साथ वीडियो में अरशद ने लाश भी दिखाई। चौथी बहन की तरफ इशारा करते हुए कहा देखो ये मरने वाली है। सुबह तक क्या पता हम लोग भी मर जाए। अरशद ने सीएम योगी से अपील करते हुए कहा कि ऐसे मुसलमानों को मत छोड़ना जो लोगों को परेशान करते हैं।
इसी के साथ अरशद ने कहा कि हमारी बस्ती के मुसलमान नकली नोटों का धंधा करते हैं। वो लोग लोगों की जमीनों को हड़प लेते हैं। मेरी जमीन भी उन्होनें हड़प ली। हमें बांग्लादेशी कहते हैं वो लोग। जबकि हमारे पास सारे प्रमाण है कि हम भारतीय हैं। फिर भी इन लोगों ने हमारा जीना हराम कर रखा है। योगी जी मुसलमानों के साथ जो भी करते हैं सही करते हैं।
वीडियो के मुताबिक, अरशद हिंदू बनना चाहता था और अपनी जमीन पर मंदिर बनवाना चाहता था, लेकिन पड़ोसी मुसलमान उसका विरोध करते थे। उसकी बहनों को बेचने की बात करते थे इन्हीं बातों से तंग आकर उसने मां और चार बहनों की हत्या कर दी।
पुलिस पर लगाए आरोप
अरशद ने पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होनें थाके के कई चक्कर काटे। जिसकी सुनवाई नहीं हुई। बजरंग दल, बीजेपी के नेताओं से मदद मांगी लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं की। अरशद ने वीडियो में कहा- मैं अपनी जमीन मंदिर के लिए दान करता हूं। हमारी जमीन पर मंदिर बनाया जाए. फिलहाल आरोपी अरशद पुलिस की गिरफ्त में है। उसके पिता अभी फरार हैं। उनकी तलाश की जा रही है।
नस और गला काटकर मार डाला
बता दें कि 24 साल के अरशद ने बुधवार सुबह अपनी मां समेत 4 बहनों को हाथ की नस और गला काटकर मौत के घाट उतार दिया था। इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी को घटनास्थल से ही पकड़ लिया। अरशद आगरा के इस्लाम नगर, टेढी बगिया का निवासी है। 30 दिसंबर को परिवार के 7 लोग आगरा से लखनऊ गए थे।