देहरादून: कोरोना हर दिन नया रिकॉर्ड बना रहा है। उत्तराखंड में पिछले तीन-चार दिनों से रोजाना 3000 से अधिक मामले आ रहे हैं। रोजाना 2-3 लोगों की जानें भी जा रही हैं। कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते ही स्कूलों को 16 जनवरी तक के लिए बंद रखा गया था। लेकिन, सोमवार से स्कूल फिर खोल दिए जाएंगे, जिससे बच्चों पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है।
यूपी में 22 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का आदेश जारी कर चुका है। मध्य प्रदेश में भी स्कूलों को बंद कर दिया गया है। दूसरे प्रभावित राज्यों में भी कोरोना के खतरे को देखते हुए स्कूलों को बंद किया गया है, लेकिन उत्तराखंड में शिक्षा विभाग के अधिकारी फिर से स्कूल खोलने की तैयारी में हैं।
अभिभावकों को बच्चों की चिंता सता रही है, लेकिन शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है। पिछले दिनों भी स्कूलों को बंद करने के बजाय स्कूलों में पढ़ाई का समय बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया गया था। मीडिया में खबरें छपने के बाद सरकार को वो आदेश वापस लेना पड़ा था।
लेकिन, अब एक बाद फिर से स्कूल खुलने जा रहे हैं। सवाल यह है कि क्या शिक्षा विभाग के अधिकारी बच्चों को मौत के मुंह में धकेलना चाहते हैं? स्कूल बंद रखने का अब तक कोई आदेश जारी नहीं किया गया है। ऐसे में अभिभावक भी असमंजस में हैं कि बच्चों को स्कूल भेजा जाए या नहीं।