Big News : आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सेविकाओं ने किया CM आवास कूच, सड़क पर धरने पर बैठीं - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सेविकाओं ने किया CM आवास कूच, सड़क पर धरने पर बैठीं

Yogita Bisht
3 Min Read
आंगनबाड़ी कार्यकत्री प्रदर्शन

प्रदेशभर से आई सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सेविकाओं ने आज 18 हजार रुपए मानदेय किए जाने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर मुख्यमंत्री आवास कूच किया। लेकिन पुलिस ने इन महिलाओं को बैरिकेडिंग लगाकर सीएम आवास पहुंचने से पहले ही रोक दिया।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सेविकाओं ने किया CM आवास कूच

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और सेविकाएं काफी समय से मानदेय बढ़ाने की मांग कर रही हैं। इसी क्रम में आज 18 हजार रुपए मानदेय किए जाने समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर प्रदेशभर से आई सैकड़ों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सेविकाओं सीएम आवास कूच किया। हालांकि पुलिस ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को सीएम आवास से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया।

सड़क पर धरने पर बैठ गई महिलाएं

सीएम आवास जाने से पहले ही रोके जाने से नाराज आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सड़क पर ही विरोध प्रदर्शन किया और धरने पर बैठ गई। इस दौरान उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष रेखा नेगी का कहना है कि उनकी मांगों को लेकर विभागीय मंत्री और अधिकारियों को अवगत कराया गया था। लेकिन अभी तक उनकी किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है जिस कारण उन्होंने मुख्यमंत्री आवास घेराव करने का निर्णय लिया है।

कुक्ड फूड के मेन्यू में किया जाए बदलाव

संगठन की प्रदेश अध्यक्ष का कहना है कि आंगनबाड़ी कुक्ड फूड का मेन्यू फाइव स्टार होटल जैसा है। ऐसे में दाल सब्जियों आदि की कीमतों को देखते हुए कोई भी आंगनबाड़ी कार्यकत्रिया इतनी सक्षम नहीं है कि वो इस व्यवस्था को चला पाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इस कुक्ड फूड व्यवस्था के तहत इन सभी समस्याओं का हल निकालते हुए इस मेन्यू में बदलाव किया जाना चाहिए।

मांगों को अनसुना करने पर करेंगे बड़ा आंदोलन

प्रदेश अध्यक्ष संगठन रेखा नेगी का कहना है कि सरकार ने अगर उनकी मांगों को अनसुना किया तो आने वाले समय में उन्हें बड़ा आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। वहीं प्रदर्शन में शामिल महिलाओं का कहना है कि आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय भी सरकार तत्काल बढ़ाए। ताकि उनके परिवार का लालन-पालन सही से हो सके।

आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सेविकाओं का कहना है कि हमसे काम तो पूरा लिया जाता है। लेकिन उस मुताबिक हमको पैसा नहीं मिल पाता है। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा सरकार को 20 दिन के भीतर अपनी मांगे पूरी न किए जाने पर कार्यबहिष्कार और बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी गई है।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।