Dehradun : उत्तराखंड : आनंद रावत ने उठाये बड़े सवाल, अपने पिता के लिए कही ये बात - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

उत्तराखंड : आनंद रावत ने उठाये बड़े सवाल, अपने पिता के लिए कही ये बात

Reporter Khabar Uttarakhand
4 Min Read
aanand rawat

aanand rawat

 

देहरादून: कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। बगावत के सुर लगातार बुलंद हो रहे हैं। अब तक की बगावत पार्टी छोड़कर जाने वाले नेता कर रहे थे, लेकिन अब पार्टी के भीतर ही कांग्रेस के नए जमाने के नेता पुरानी सोच को दरकिनार करने के लिए बगावत करने लगे हैं। लोग इसे भले ही बगवात समझें, लेकिन इसे कांग्रेस में नई राजनीति की शुरूआत के तौर भी देखा जा सकता है।

युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पूर्व सीएम हरीश रावत के बेटे आनंद रावत राजनीति में लंबे वक्त से सक्रिय भले ही नजर नहीं आते हों, लेकिन वो लगातार अपना काम कर रहे हैं। युवाओं के लिए कई तरह के अभियान भी चलाते रहे हैं। आनंद रावत की सोशल मीडिया में एक पोस्ट वायरल हो रही है। उस पास्टे में उन्होंने सीधेतौर पर पुराने चेहरों को लेकर नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने लिखा है कि आम आदमी को क्या चाहिए, हमारे नेताओं को इससे कोई मतलब नहीं है। आम आदमी के सवालों को काई तरजीह ही नहीं दी जा रही है।

उन्होंने लिखा है उत्तराखंड के आईटीआई, पॉलीटेक्नीक, इंजीनियरिंग के छात्रों की दक्षता पूरे विश्व में उत्तराखंड का झंडा गाढ़ सकती है। लेकिन, यह मुमकिन कैसे हो पाएगा ? हमारे नेताओं को तो बुनियादी सवालों के बजाए अपने समर्थकों को जन्मदिन की शुभकामनाएं और शोक संदेश वाले संदेश पोस्ट करने से फुर्सत नहीं है।

आनंद रावत ने शनिवार को सोशल मीडिया पर यह सवाल उठाया। आनंद ने प्रमुख नेताओं के साथ ही अपने पिता पर भी निशाना साधा है। उन्होंने लिखा है कि मेरे पिताजी भी मेरे चिन्तन व विचारों से परेशान रहते हैं। शायद उन्होंने हमेशा मेरी बातें एक नेता की दृष्टि से सुनीं और मुझे येड़ा समझा। आनंद ने लिखा कि राज्य में सबसे ज्यादा आईटीआई,पॉलीटेक्निक खोले गए हैं।

हर साल 20 हजार तकनीकी रूप से दक्ष युवा तैयार हो रहे हैं। लेकिन राज्य के युवाओं को उनकी क्षमता के अनुसार वेतन नहीं मिलता। सिडकुल में 10 से 12 हजार रुपये तक ही वेतन मिलता है। जबकि केरल में यह दोगुने के करीब है। विदेशों में जाकर युवा लाखों रुपये कमाते हैं।

दूसरे प्रदेशों में सरकारें तकनीकी रूप से दक्ष युवाओं पर ध्यान देती हैं। पर हमारे यहां ऐसा नहीं है। अपने पिता के साथ ही राज्य के कई नेताओं के नाम लिखते हुए आनंद ने कहा कि इनकी फेसबुक पोस्ट पर राज्य के चिंतन पर कभी कुछ नहीं मिलता। मालूम हो कि आनंद पिछले काफी समय से युवाओं को सेना में भर्ती की तैयारी करवा रहे हैं। युवाओं के रोजगार को लेकर अपनी चिंता वो अक्सर जाहिर करते रहे हैं।

पूर्व सीएम हरीश रावत रावत ने भी अपने बेटे की पोस्ट को शेयर किया। साथ ही लिखा कि, बेटा तुम्हारा पिता भी वक्त का मारा हुआ है। प्रदेश के प्रतिष्ठित सियासी खानदान की यह पोस्ट जहां कांग्रेस के लिए चिंतन करने वाली है। वहीं, उन सभी नेताओं के लिए एक नजीर भी है।

Share This Article