उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी 37 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। इस बार के लोकसभा चुनाव में अखिलेश यादव द्वारा किया गया नया प्रयोग सफल साबित हुआ है। सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने कई सीटों पर नए चेहरे उतारे थे जिनपर सपा ने जीत भी हासिल की है। आइये जानते हैं उन सीटों के बारे में।
कौशाम्बी
यूपी की कौशांबी सीट इस बार सबसे चर्चित सीटों में शामिल रही। इस सीट पर अखिलेश ने सपा के राष्ट्रीय महासचिव और पूर्व कैबिनेट मंत्री इंद्रजीत सरोज के बेटे पुष्पेंद्र सरोज को टिकट दिया था। पुष्पेंद्र सरोज ने बीजेपी के विनोद सोनकर को एक लाख तीन हजार 944 वोटों से हराकर पिता की बार का बदला लिया है। पुषपेंद्र को पांत लाख नौ हजार सात सौ सतासी वोट मिले हैं, वहीं बीजेपी के प्रत्याशी सोनकर को चार लाख पांच हजार आठ सौ तैतालिस लोट मिले।
कौशांबी में पुष्पेंद्र देश के सबसे कम उम्र के सांसद बने हैं। पुष्पेंद्र सरोज ने इससाल एक मार्च को अपनी 25 साल की आयु पूरी की है। पुष्पेंद्र सरोज लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से एकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट में ग्रेजुएट हैं।
पुष्पेंद्र सरोज के पिता इंद्रजीत बहुजन समाज पार्टी में साल 1996 में बसपा से विधायक बने। साल 2012 तक उन्हें मंझनपुर से कोई नहीं हरा सका। तीन बार वह बसपा से मंत्री भी रहे। उन्होनें बसपा में बतौर राष्ट्रीय महासचिव पार्टी की सेवा की।
कैराना
इस सीट से सपा ने 29 वर्षीय इकरा चौधरी को टिकट दिया था जिसे 69 हजार वोटों से जीत हासिल हुई है। इकरा चौधरी को कुल पांच लाख अस्सी हजार तेरह वोट मिले हैं। वहीं बीजेपी प्रत्याशी चौधरी को चार लाख 58 हजार 897 वोट मिले हैं। हालांकि 2019 में इस सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी लेकिन इस बार 2024 मे सपा यहां से जीती है।
बता दें कि इकरा चौधरी ने लंदन से मास्टर्स की पढ़ाई की है। वह कैराना से तीसरी बार मौजूदा विधायक चौधरी नाहिद हसन की छोटी बहन है। इससे पहले इकरा जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़ चुकी है, हालांकि उसमें इकरा को हार मिली थी।
मछली शहर
मछलीशहर लोकसभा सीट पर सपा के पूर्व सांसद और वर्तमान विधायक तूफानी सरोज की बेटी प्रिया सरोज को टिकट दिया था। प्रिया सरोज ने बीजेपी प्रत्याशी भोलानाथ को 35 हजार 850 वोटों से हराया है। प्रिया सरोज को 4,51,292 वोट मिले हैं, वहीं बीजेपी के प्रत्याशी को 4,15,442 वोट मिले। प्रिया भी युवा है और पिछले साल ही 25 की उम्र पूरी की है। वह यूपी में सबसे युवा नेताओं में से एक है।