दो चरणों की मतगणना के बाद अल्मोड़ा-पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा के अजय टम्टा आगे चल रहे हैं। अल्मोड़ा सीट पर आज सात प्रत्याशियों के किस्मत का फैसला आज होगा।
अल्मोड़ा सीट से अजय टम्टा आगे
दो राउंड की काउंटिंग के बाद भी अल्मोड़ा सीट पर भाजपा प्रत्याशी अजय टम्टा बढ़त बनाए हुए हैं। अल्मोड़ा- पिथौरागढ़ लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को हुए चुनाव में 6,53,896 मतदाताओं ने मतदान किया था। कुछ ही देर बाद इस बात का फैसला होने जा रहा है कि वोटर्स ने किस प्रत्याशी पर अपना भरोसा जताया है।
सबसे ज्यादा महिला वोटर्स वाली सीट है अल्मोड़ा सीट
आपको बता दें की अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर सबसे ज्यादा महिला वोटर्स हैं। जहां एक तरफ अल्मोड़ा में महिला वोटर्स का आंकड़ा 2 लाख 60 हजार से ऊपर पहुंच गया है। तो वहीं यहां युवा वोटर्स भी निर्णायक भूमिका में रहते हैं। आज शाम तक तस्वीर साफ होगी कि युवाओं ने किस पर अपना भरोसा जताया है।
अल्मोड़ा लोकसभा सीट का इतिहास
- साल 1962 में कांग्रेस के जंग बाहदुर बिष्ट ने 51,507 मतों से जीत हासिल की।
- साल 1967 में जे बी सिंह को 59,388 वोट मिले और उन्होंने जीत हासिल की।
- साल 1971 में नरेद्र सिंह को 89,751 मतों से जीत हासिल की।
- साल 1977 में इस लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा तोड़ते हुए भारतीय लोक दल के मुरली मनोहर जोशी ने 153,409 मतों से जीत हासिल की।
- साल 1980 में कांग्रेस ने एक बार फिर ये सीट जीत ली और हरीश रावत सांसद बन गए। हरीश रावत ने सन 1989 तक यहां कांग्रेस का परचम लहराया।
- साल 1991 के आम चुनाव में बीजेपी के जीवन सिंह ने 149761 वोटों से यहां जीत हासिल की।
- साल 1996 में बच्ची सिंह रावत ने इस सीट पर बीजेपी का कब्जा बरकरार रखा।
- साल 2004 तक बच्ची सिंह इस सीट से लगातार जीतते गए।
- साल 2009 में जहां एक तरफ कांग्रेस पार्टी से प्रदीप टम्टा चुनाव लड़ रहे थे वहीं बीजेपी ने अजय टम्टा को टिकट दिया। इस आम चुनाव में अल्मोड़ा की ये लोकसभा सीट कांग्रेस की झोली में ही गई।
- साल 2014 में बीजेपी के अजय टम्टा ने इस सीट पर बाजी मार ली और फिर उन्होंने मुड़ कर नहीं देखा और साल 2019 में भी अजय टम्टा ने ही जीत हासिल की। इस साल एक बार फिर से आम चुनाव में यही दो चहरे आमने-सामने हैं। आज कुछ ही घंटों बाद पता चल जाएगा कि अल्मोड़ा सीट पर कौन बाजी मारता है।