
बिहार में एक अनोखा मामला सामने आया है। यहां जिस पर चोरों को पकड़ने की जिम्मेदारी थी उसी ने चोरी की गाड़ी का इस्तमाल शुरु कर दिया। दरअसल बिहार की राजधानी पटना से दिवाकर नाम के एक व्यक्ति की बुलेट मोटरसाइकिल पांच साल पहले चोरी हो गई थी। इस संबंध में चोरी की रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई गई।
पांच साल बाद दिवाकर के मोबाइल नंबर पर आए एक मैसेज ने उन्हें चौंका दिया। ये मैसेज उन्हें झारखंड के दुमका में बुलेट मोटरसाइकिल के सर्विस सेंटर से आया था। इस मैसेज में लिखा था कि उनकी गाड़ी की सर्विस हो गई है और भुगतान करके गाड़ी ले जाइए। इस मैसेज को पढ़ने के बाद दिवाकर ने बुलेट मोटरसाइकिल टोल फ्री नंबर पर संपर्क किया तो पता चला कि उनकी पांच साल पहले चोरी हुई गाड़ी सर्विस के लिए आई हुई है। सर्विस सेंटर ने गाड़ी के चेसिस नंबर को देखकर उनसे सिस्टम में पहले से मौजूद दिवाकर के मोबाइल नंबर पर मैसेज भेज दिया था।
अब दिवाकर को पूरा मामला समझ में आया। लेकिन अभी बड़ा खुलासा होना बाकी था। दिवाकर ने इस संबंध में दुमका के एसपी अंबर लाकड़ा से संपर्क किया। एसपी दुमका ने तत्कार एक्शन लेते हुए गाड़ी बरामद कर ली। एसपी ने सर्विस सेंटर वालों से गाड़ी सर्विस के लिए देने वाले की जानकारी ली। जो जानकारी सामने आई उसे सुनकर एसपी अंबर भी एक बार को हैरान रह गए। दरअसल सर्विस सेंटर वालों ने बताया कि ये गाड़ी दुमका में ही तैनात एक असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर अखलाक देकर गया है। इसके बाद एसपी ने शुरुआती जांच में अखलाक को दोषी मानते हुए सस्पेंड करने के आदेश दे दिए हैं।