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अब भक्त नहीं कर पाएंगे Premanand Maharaj के दर्शन, आश्रम से आया बड़ा अपडेट, ये है बड़ी वजह

Uma Kothari
3 Min Read
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अब भक्त वृंदावन के फेमस संत प्रेमानंद महाराज (Premanand Maharaj) के दर्शन नहीं कर पाएंगे। बबता दें कि प्रेमानंद महाराज अपने निवास वृंदावन से देर रात दो बजे श्री हित राधा केली कुंज पदयात्रा करते हुए जाते थे। इस दौरान उनके दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में भक्त उनके दर्शन करने के लिए खड़े रहते थे। ऐसे में अब पदयात्रा बंद(Premanand Maharaj Padayatra) होने के बाद अब उनके दर्शन नहीं हो पाएंगे। इस बात का अपडेट इंस्टाग्राम पर ऑफिशियल अकाउंट से प्रेमानंद महाराज के शिष्यों ने दी है। भक्तों की बढ़ती संख्या और प्रेमानंद महाराज की बिगड़ती तबीयत इसका कारण बताया जा रहा है।

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा हुई बंद (Premanand Maharaj Padayatra)

प्रेमानंद महाराज की पदयात्रा बंद होने की जानकारी इंस्टाग्राम पर भजनमार्ग ऑफिशियल नाम के अकाउंट द्वारा साझा की गई है। प्रेमानंद महाराज के शिष्यों ने दी है। पोस्ट में लिखा, “सूचना, आप सभी को सूचित किया जाता है कि पूज्य महाराज जी के स्वास्थ व बढ़ती हुई भीड़ को देखते हुए, पूज्य महाराज जी, जो पद यात्रा करते हुए रात्रि 02:00 बजे से श्री हित राधा केलि कुंज जाते थे, जिसमें सब दर्शन पाते थे, वो अनिश्चित काल के लिए बंद किया जाता है।”

प्रेमानंद महाराज की बिगड़ती तबीयत

बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब प्रेमानंद जी महाराज की पदयात्रा बंद हुई है। इससे पहले भी वो अपनी पदयात्रा अनिश्चित काल के लिए बंद कर चुके है। प्रेमानंद महाराज के स्वास्थय की बात करें तो उनकी बीते महीने भी तबीयत बिगड़ी थी। जिसके बाद उनको अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। हालांकि स्वास्थ्य में सुधार होने के बाद एक बार फिर उन्होंने अपनी पदयात्रा को चालू रखा था। हालांकि अब एक बार फिर उनकी ये पदयात्रा बंद हो गई है।

महिलाओं ने भी किया था विरोध प्रदर्शन

इसके अलावा इस पदयात्रा के रास्ते में पड़ने वाली कॉलोनियों के लोगों ने भी इसको लेकर विरोध जताया था। लोगों ने रात की पदयात्रा को लेकर आपत्ति जताई थी। इसको लेकर महिलाओं ने विरोध प्रदर्शन भी किया था। उनके अनुसार भजन-कीर्तन की तेज आवाज और पटाखों की गूज से रात की नींद प्रभावित होती थी जिसके चलते वो सुबह काम पर नहीं जा पाती थ। इसके अलावा बीमार बुजुर्गों को भी इससे काफी दिक्कत होती थी। पदयात्रा बंद करने की ये भी वजह बताई जा रही है।

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