संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में आज हजारों किसान नोएडा से दिल्ली कूच करने जा रहे हैं। बता दें कि लंबे समय से किसान नोएडा की तीन अथॉरिटी का घेराव करते आ रहे हैं। रविवार को जब मांगो पर सहमति नहीं बनी तो उन्होनें दिल्ली चलो का नारा बुलंद किया। किसान अब संसद का घेराव करना चाहते हैं। आंदोलन करने वाले किसान संगठन जमीन अधिग्रहण से प्रभावित किसानों को 10 फीसदी विकसित प्लॉट और नए भूमि अधिग्रहण कानून के लाभ देने की मांग कर रहे हैं।
फिलहाल किसानों के ऐलान के बाद नोएडा और दिल्ली पुलिस अलर्ट हो गई है और बॉर्डर पर सतर्कता बरती जा रही है। कई जगहों पुर बेरिकेड्स लगाए गए हैं। कई किसान नेताओं को नजरबंद किया जा रहा है। नोएडा से सटे सभी बॉर्डर पर बैरिकेटिंग की गई है। नोएडा और दिल्ली पुलिस ने समन्वय स्थापित किया है। मेट्रो के इस्तेमाल की सलाह दी गई है।
किसानों की क्या है मांग?
- नए भूमि अधिग्रहण कानून के अनुसार 1 जनवरी 2014 के बाद अधिग्रहित भूमि का 4 गुना मुआवजा दिया जाए।
- गौतमबुद्ध नगर में 10 साल से सर्किट रेट भी नहीं बढ़ाया गया है। नए भूमि अधिग्रहण के लाभ जिले में लागू किए जाए।
- जमीन अधिग्रहण के बदले 10 फीसदी विकसित भूखंड दिया जाए और 64.7 फीसदी की दर से मुआवजा दिया जाए। भूमिधर, भूमिहीन किसानों के बच्चों को रोजगार और पुनर्विकास के लाभ दिए जाएं।
- हाई पावर कमेटी की सिफारिशें लागू की जाएं।
आबादी क्षेत्र का उच्च निस्तारण किया जाए।
क्या है किसानों का प्लान?
प्रदर्शनकारी किसान सबसे पहले महामाया फ्लाईओवर के पास दोपहर 12 बजे से जुटना शुरु होंगे और दिल्ली की ओर टैक्टरों से मार्च करेंगे। गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, आगरा समेत 20 जिलों के किसान दिल्ली मार्च में शामिल हो रहे हैं।