Big News : एक साल बाद मिला बेटे का शव, देखते ही बिलख पड़े परिजन, नम आंखों से दी कलेजे के टुकड़े को अंतिम विदाई - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

एक साल बाद मिला बेटे का शव, देखते ही बिलख पड़े परिजन, नम आंखों से दी कलेजे के टुकड़े को अंतिम विदाई

Yogita Bisht
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अंतिम विदाई

एक साल पहले उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 में हिमस्खलन में लापता हुए दो जवानों में से एक का शव एक साल बाद गुरूवार को बरामद किया गया। जिसकी पहचान नौसेना में नाविक विनय पंवार के रूप में हुई। शुक्रवार सुबह उनका सव उनके घर लाया गया। एक साल बाद बेटे का शव देख परिजन रो पड़े।

एक साल बाद बेटे के शव को देख परिजनों का रोकर बुरा हाल

त्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 में हिमस्खलन में लापता दो लोगों में से एक विनय पंवार का शव गुरूवार को बरामद किया गया। शुक्रवार को उनका शव उनके हरिद्वार के हरिपुरकलां में स्थिक पैतृक आवास पर ले जाया गया।

एक साल बाद बेटे के शव को देख परिजन बिलख पड़े। विनय पंवार के के पार्थिव शरीर को केवल दस मिनट के लिए उनके घर पर रखा गया। जिसके बाद सेना के जवानों ने सलामी के साथ खड़खड़ी शमशान घाट पर पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया।

नम आंखों से दी कलेजे के टुकड़े को अंतिम विदाई

विनय पंवार के परिजनों का बेटे के शव को एक साल बाद देखकर रो-रो कर बुरा हाल है। परिजनों में शोक की लहर दौड़ गई। बता दें कि जब विनय पंवार लापता हुए थे तो उनके घर में उनकी शादी की तैयारियां चल रही थी। उनके लापता होने के खबर से परिजनों में कोहराम मच गया था।

द्रौपदी का डांडा-2 चोटी आरोहण के दौरान हुए थे लापता

बता दें कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान से पिछले साल डवांस माउंटेनियरिंग कोर्स के करीब 34 प्रशिक्षुओं का दल द्रौपदी का डांडा-2 चोटी के आरोहण के लिए गया था। लेकिन चार अक्टूबर 2022 को हिमस्खलन की चपेट में आने के कारण इस दल के 27 सदस्य मारे गए थे। जबकि दो लापता हो गए थे। इस हादसे के एक साल बाद गुरूवार को एक शव बरामद किया गया। जिसकी पहचान विनय पंवार के रूप में हुई। जबकि एक अब भी लापता हैं।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।