Big News : पौड़ी में अब तक नहीं पकड़ा गया बाघ, 26 अप्रैल तक बंद रहेंगे स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

पौड़ी में अब तक नहीं पकड़ा गया बाघ, 26 अप्रैल तक बंद रहेंगे स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र

Yogita Bisht
3 Min Read
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file/concept

पौड़ी गढ़वाल में बाघ का आतंक कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कई दिन बीत जाने के बाद भी अब तक बाघ को पकड़ा नहीं गया है। इसी बीच बाघ के खौफ को देखते हुए प्रभावित इलाकों के स्कूलों में 6 अप्रैल तक फिर से अवकाश घोषित कर दिया गया है।

पौड़ी में 26 अप्रैल स्कूलों में अवकाश घोषित

पौड़ी के तहसील धुमाकोट में दो ग्रामीणों को बाघ ने अपना निवाला बना लिया था। जिसके बाद से प्रसाशन अलर्ट हो गया है। बाघ को पकड़ने की लगातार कोशिश की जा रही है लेकिन अब तक बाघ पकड़ में नहीं आया है।

जिसके चलते स्कूलों में अवकाश घोषित करते हुए जिलाधिकारी ने आदेश जारी कर अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। बाघ प्रभावित क्षेत्रों के स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में सुरक्षा के लिहाज 26 अप्रैल तक अवकाश घोषित कर दिया है।

इस से पहले भी किया गया था अवकाश घोषित

इस से पहले भी बाघ के आंतक को देखते हुए सुरक्षा की दृष्टि से बाघ प्रभावित क्षेत्रों में अवकाश घोषित किया गया था। पहले 18 अप्रैस तक यहां अवकाश घोषित किया गया था। जिसे फिर 21 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया गया था।

बता दें कि बाघ ने 13 व 15 अप्रैल को ब्लाक रिखणीखाल व तहसील धुमाकोट में दो ग्रामीणों को अपना निवाला बना लिया था। जिसके बाद सुरक्षा के लिए प्रसाशन ने की कदम उठाए हैं। बाघ को पकड़ने की कोशिश जारी है पर अब तक बाघ को पकड़ा नहीं जा सका है।

डीएम ने की सर्तकता बरतने की अपील

बाघ के आंतक को देखते हुए जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने लोगों से विशेष सतर्कता बरतने की अपील की है। इसका साथ ही उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में बाघ की सक्रियता लगातार देखी जा रही है। वन विभाग व प्रशासन की टीम बाघ को पकड़ने के प्रयासो में जुटी हुई है। लेकिन अब तक बाघ पकड़ा नहीं जा सका है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि जब तक इस दिशा में कोई ठोस सफलता हाथ नहीं लगती, हमें विशेष रुप से सतर्कता बरतनी होगी। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों से अपील कि बाघ को लेकर किसी प्रकार की सूचना मिलने पर कंट्रोल रुप, वन विभाग, पुलिस व प्रशासन को तुरंत सूचित करें।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।