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Uttarakhand: लोक साहित्य के लिए सीएम धामी की बड़ी घोषणा, लोक भाषाओं के लेखकों को हर साल मिलेगा उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान

Yogita Bisht
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CM DHAMI

लोक सहित्य को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने बड़ी घोषणा की है। सीएम धामी ने कहा है कि सरकार की तरफ से लोक भाषाओं के लेखकों को हर साल उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान दिया जाएगा। ये सम्मान इसी साल से दिया जाएगा।

लोक भाषाओं के लेखकों को मिलेगा उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान

सीएम धामी ने उत्तराखंड भाषा संस्थान की बैठक में बुधवार को लोक सहित्य को लेकर बड़ी घोषणा की। सीएम ने कहा कि इस साल से हर साल लोक भाषाओं के लेखकों को उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान दिया जाएगा।

कुमाऊंनी, गढ़वाली, जौनसारी बोलियां के साथ ही हिंदी, पंजाबी, उर्दू में दीर्घकालीन उत्कृष्ट साहित्य सेवा के लिए हर साल यह सम्मान दिया जाएगा। 

आठ साल बाद हुई उत्तराखंड भाषा संस्थान की बैठक

उत्तराखंड भाषा संस्थान की बैठक 2014 को बाद 2023 में हुई है। आठ साल बाद हुई बैठक में ये फैसला लिया गया है। सचिवालय में 2014 के बाद बुधवार को पहली बार सीएम धामी की अध्यक्षता में संस्थान की प्रबंध कार्यकारिणी सभा की बैठक हुई।

इस बैठक में सीएम धामी ने कहा कि लोक भाषाएं व बोलियां हमारी पहचान व गौरव हैं। मई में  उत्कृष्ट साहित्यकारों को भव्य समारोह आयोजित कर सम्मानित किया जाएगा।

राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय भाषा सम्मेलन का किया जाएगा आयोजन

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि धन अभाव के कारण कुछ रचनाकार अपनी पुस्तकों का प्रकाशन नहीं करा पाते हैं। सीएम ने कहा कि राज्य के ऐसे रचनाकारों को भाषा संस्थान की ओर से आर्थिक सहायता के रूप में आंशिक अनुदान दिया जाएगा।

सीएम धामी ने प्रदेश के हर जिले में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय भाषा सम्मेलन का आयोजन कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि यह भाषा संस्थान की एक बहुआयामी योजना होगी। जिसमें शोध पत्रों का वाचन, लोक भाषा सम्मेलन भाषा संबंधी विचार विनिमय, साहित्यिक शोभा यात्रा आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।