Chamoli : चमोली में देवाल विकासखंड के मनोज राणा का इंडियन आर्मी में सोल ऑफ स्टील हिमालय के लिए चयन   - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

चमोली में देवाल विकासखंड के मनोज राणा का इंडियन आर्मी में सोल ऑफ स्टील हिमालय के लिए चयन  

Yogita Bisht
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उत्तराखंड के चमोली जिले में पिंडर घाटी के अंतर्गत बांक गांव के मनोज राणा का इंडियन आर्मी में सोल ऑफ स्टील हिमालय के लिए चयन हुआ हैं । बता दे कि पूरे देश से केवल 24 युवाओं को सोल ऑफ स्टील हिमालय के लिए चयनित किया गया है ।

बचपन से ही मनोज को ट्रेकिंग का शौक

विकासखंड देवाल के अंतर्गत बांक गांव के 22 वर्षीय मनोज राणा जिन्हें बचपन से ही हिमालय में ट्रेकिंग का शौक रहा है । उनका भारतीय सेना के सोल ऑफ स्टील हिमालय 2023 के लिए चयन होने से पिंडर घाटी में खुशी की लहर है मनोज राणा को आर्मी के विशेष दस्ते में चयनित होने पर हाटकल्याणी वार्ड के जिला पंचायत सदस्य कृष्णा बिष्ट,मंदोली प्रधान आनंद बिष्ट सहित तमाम जनप्रतिनिधियों ने खुशी जाहिर करते हुए मनोज राणा के उज्जवल भविष्य की कामना की है। उन्होंने कहा कि मनोज का सेना के विशेष अभियान में चयनित होना अपने आप में पूरे प्रदेश का गौरव हैं।

मनोज कर चुके हैं एवरेस्ट के बेस कैंप की ऊंचाई को पार

सेना के विशेष पर्वतारोहण के लिए चयनित होने से पहले मनोज राणा ने 24 घंटे में विश्व की सबसे ऊंची पहाड़ी एवरेस्ट के बेस कैंप 17500 की ऊंचाई को पार किया था। इसके अलावा ब्लैक पीक 6387,नंदा घुघटी 6309 एवं कांग यात्से 6250 मील की चाढ़ई को पार करने में भी मनोज राणा ने सफलता हासिल की है।

विपरित मौसम में भी करती है संस्था काम

भारतीय सेना एवं पूर्व सैनिकों की संस्था क्लॉव ने इस अभियान की शुरुआत की है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में इस अभियान को इसी साल जनवरी में लांच किया गया । पूरे विश्व में अपनी तरह की भरतीय सेना की यह ऐसी संस्था हैं जो कि विपरीत मौसम में भी विश्व के उच्च हिमालई क्षेत्रों में कार्य कर सकती हैं। इसके लिए पूरे देश से ऐसे 24 युवाओं का चयन किया गया हैं जो कि विपरीत मौसम में भी किसी भी तरह का जोखिम ले कर उच्च हिमालई क्षेत्रों में जाने एवं वापस लौटने की हिम्मत रखते हैं। इन्ही 24 युवाओं में मनोज राणा भी सामिल है। चयनित युवाओं का दो माह का प्रशिक्षण भारतीय सेना की देखरेख में शुरू हों चुका है।दो माह का प्रशिक्षण पूरा होने के बाद विदेशी की पहाड़ियों में चढ़ने एवं उतरने के लिए इन युवाओं को अलग- अलग देशों में एक सप्ताह के लिए विशेष प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।