Big News : उत्तराखंड की कर्नल गीता को सलाम, इतिहास रचने वाली भारत की पहली महिला कमांडर बनी - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

उत्तराखंड की कर्नल गीता को सलाम, इतिहास रचने वाली भारत की पहली महिला कमांडर बनी

Yogita Bisht
3 Min Read
INDIAN ARMY

उत्तराखंड की कर्नल गीता ने इतिहास रच दिया है। कर्नल गीता राणा पूर्वी लद्दाख के अग्रिम मोर्चे पर फील्ड वर्कशॉप को कमांड करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। ऐसा करने वाली वे पहली महिला अधिकारी बन गई हैं।

उत्तराखंड की कर्नल गीता ने रचा इतिहास

उत्तराखंड वीरों की ही नहीं, बल्कि वीरांगनाओं की भी भूमि है। वर्तमान में महिलाएं किसी से भी कम नहीं हैं। इस बात को उत्तराखंड की बेटी ने एक बार फिर साबित कर दिखाया है। आज भी बेटों के समान यहां की बेटियां भी सैन्य परंपरा का हिस्सा बन रही हैं। कर्नल गीता राणा पूर्वी लद्दाख के अग्रिम मोर्चे पर फील्ड वर्कशॉप को कमांड करने वाली भारतीय सेना की पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। इसी के साथ भारतीय सेना के कॉर्प्स ऑफ इलेक्ट्रोनिक्स एंड मकैनिकल इंजीनियर्स की कर्नल गीता राणा ने इतिहास रच दिया है।

पहली बार किसी महिला अधिकारी को बतौर कमांडर इस तरह की सौंपी गई कमान

कर्नल गीता राणा नेगी पूर्वी लद्दाख में एलएसी से सटे क्षेत्र में तैनात स्वतंत्र फील्ड बटालियन (कोर आफ इंजीनियर की बटालियन) की कमान संभालने वाली पहली महिला अधिकारी बन गई हैं। भारतीय सेना के इतिहास में पहली बार किसी महिला अधिकारी बतौर कमांडर इस तरह की कमान सौंपी गई है। कर्नल गीता वर्तमान में कोर आफ इलेक्ट्रानिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स में तैनात हैं।

सेना ने हाल ही में महिला सैन्य अधिकारियों के लिए 108 भर्तियां निकाली हैं। जिनमें वह कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स, ऑर्डिनेंस, इलेक्ट्रोनिक्स एंड मैकेनिकल इंजीनियर्स समेत अन्य शाखाओं की स्वतंत्र यूनिट को कमांड कर सकेंगी। आने वाले दिनों में अन्य महिला सैन्य अधिकारियों को भी ऐसी नियुक्ति दी जा सकती हैं। जो महिला अधिकारी बोर्ड्स से मंजूरी ले सकेंगी। उन्हें भी कमांड की भूमिका दी जा सकती है और भविष्य में उन्हें और उच्च पदों पर नियुक्तियां दी जा सकती हैं।

उत्तराखंड के पौड़ी की रहने वाली हैं कर्नल गीता

कर्नल गीता उत्तराखंड की बेटी हैं। उनका परिवार मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल के दुगड्डा ब्लाक अंतर्गत ग्रामसभा खोलकंडी के तोकग्राम डंगू का रहने वाला है। उनके पिता कृपाल सिंह राणा सेना का हिस्सा रह चुके हैं। उनके पिता सेना की महार रेजीमेंट से आनरेरी कैप्टन रैंक से रिटायर हुए हैं। गीता की दो बहनें भी हैं।

जिनमें बड़ी बहन किरन बरेली में सरकारी विद्यालय में शिक्षिका, जबकि सबसे छोटी बहन मीना बरेली कैंट के केंद्रीय विद्यालय में उप प्रधानाचार्या हैं। तीनों बहनों में गीता दूसरे नंबर की हैं। कर्नल गीता को कमांड की जिम्मेदारी मिलने की सूचना के बाद से ही परिवार और रिश्तेदारों में खुशी की लहर है।

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योगिता बिष्ट उत्तराखंड की युवा पत्रकार हैं और राजनीतिक और सामाजिक हलचलों पर पैनी नजर रखती हैंं। योगिता को डिजिटल मीडिया में कंटेंट क्रिएशन का खासा अनुभव है।