Highlight : उत्तराखंड : इस सीट पर जीत दोहराना चाहती है BJP, कांग्रेस को पहली की उम्मीद - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

उत्तराखंड : इस सीट पर जीत दोहराना चाहती है BJP, कांग्रेस को पहली की उम्मीद

Reporter Khabar Uttarakhand
3 Min Read
# Uttarakhand Assembly Elections 2022

# Uttarakhand Assembly Elections 2022

पौड़ी: 2022 की बिसात में चुनावी शोर थमने के बाद अब 14 जनवरी को वोटिंग होने जा रही है। राजनीतिक दलों और निर्दलीय प्रत्याशियों को उम्मीद है कि उनको जनता का साथ मिलेगा। लेकिन, जीत किसको मिलती है, यह तो 10 मार्च को पता चल पाएगा। पौड़ी जिले की चौबट्टाखाल विधानसभा सीट हॉट सीटों में गिनी जा रही है। इस सीट से विधायक सतपाल महाराज प्रदेश सरकार की कैबिनेट में नंबर दो का ओहदा संभाले हुए हैं।

भाजपा जहां अपनी जीत को दोहराना चाहते हैं। वहीं, कांग्रेस को इस सीट से पहली जीत का इंतजार हैं। कांग्रेस ने पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष व जिला पंचायत पौड़ी के पूर्व अध्यक्ष केशर सिंह नेगी को चुनाव मैदान में उतारा है। आम आदमी पार्टी ने चौबट्टाखाल से जीत का दारोमदार प्रत्याशी दिगमोहन नेगी के कंधों पर रखा है। जबकि इस सीट पर कुल 9 प्रत्याशी चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रहे हैं।

जनपद पौड़ी की विधान सभा सीट चौबट्टाखाल वर्ष 2012 में अस्तित्व में आयी थी। इस सीट का अधिकत्तर हिस्सा वर्ष 2002 से 2012 तक बीरोंखाल विधान सभा में शामिल था। बीरोंखाल सीट से 2002 व 2007 में कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज की पत्नी अमृता रावत लगातार विधायक रही। 2012 में चौबट्टाखाल सीट से भाजपा प्रत्याशी के रुप में पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत ने जीत दर्ज की थी।

2017 में पार्टी ने उनके स्थान पर सतपाल महाराज को चुनाव मैदान में उतारा और महाराज को जीत हासिल हुई। वर्तमान में भी कांग्रेस व भाजपा में सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। लेकिन, आम आदमी पार्टी प्रत्याशी मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए पूरा जोर लगाए हुए हैं। उनके अलावा उत्तराखंड क्रांति दल के प्रत्याशी अनु पंत, उत्तराखंड रक्षा मोर्चा, समाजवादी पार्टी और निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं।

चौबट्टाखाल सीट 2012 में अस्तित्व में आई और यहां से पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत विधायक चुने गए। वर्ष 2017 में चौबट्टाखाल में भाजपा प्रत्याशी सतपाल महाराज की विजय मिली। यह क्षेत्र इससे पहले बीरोंखाल विधान सभा में शामिल था। जहां 2002 व 2007 में महाराज की पत्नी अमृता रावत विधायक बनी।

Share This Article