Assembly Elections : उत्तराखंड: सियासी संग्राम, अपनों में ही घमासान, भाजपा और कांग्रेस में 50 सीटों पर बगावत! - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

उत्तराखंड: सियासी संग्राम, अपनों में ही घमासान, भाजपा और कांग्रेस में 50 सीटों पर बगावत!

Reporter Khabar Uttarakhand
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# Uttarakhand Assembly Elections 2022

# Uttarakhand Assembly Elections 2022
देहरादून: 2022 विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा और कांग्रसे ने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है। भाजपा ने 59 और कांग्रेस ने 64 सीटों पर नामों का ऐलान किया है। नामों का ऐलान होने के बाद से ही दोनों दलों में घमासान मचा हुआ है। नाराज नेताओं के संभालना भाजपा और कांग्रेस के लिए मुश्किल हो गया है। कई बगावती नेताओं ने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।

टिकट के दावेदारों ने टिकट नहीं मिलने पर अपनी ही पार्टियों को निशाने पर लिया है। भाजपा हो या कांग्रेस दोनों के सामने इस वक्त चुनाव जीतने से बड़ी चुनौती नाराज नेताओं को मनाना है। भाजपा को 59 में से 26 विधानसभा सीटों पर टिकट के दावेदारों और उनके समर्थकों में गुस्सा व नाराजगी साफ दिख रही है। कांग्रेस ने 64 सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया, उनमें से 24 विधानसभा सीटों पर नेता बगावती तेवर दिखा रहे हैं। के आसार दिखाई दे रहे हैं।

विधानसभा के उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान अल्मोड़ा सीट से टिकट काटे जाने से बेहद नाराज हैं और उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत दिए। अमर उजाला से बातचीत में उन्होंने कहा कि वह अब तक नहीं समझ पाए हैं कि आखिर उनका टिकट क्यों काटा गया। उधर, थराली विस सीट पर विधायक मुन्नी देवी और कर्णप्रयाग के विधायक सुरेंद्र सिंह नेगी ने बड़ा कदम उठाने के संकेत दिए हैं। द्वारहाट के विधायक महेश नेगी टिकट काटे जाने के पीछे साजिश करार दे रहे हैं। कैंट सीट पर परिवारवाद के खिलाफ टिकट के तकरीबन सभी दावेदार मिलकर प्रदेश संगठन महामंत्री से मिले और उन्होंने टिकट पर पुनर्विचार की मांग उठाई।

पूर्व कैबिनेट मंत्री व कांग्रेस नेता हरिश्चंद्र दुर्गापाल भी टिकट काटे जाने से नाराज हैं। सोशल मीडिया पर उनके पार्टी छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने की खबरें तैर रही हैं। रामनगर विस सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे रंजीत रावत भी टिकट काटे जाने से नाराज बताए जा रहे हैं। उन्हें लेकर भी चर्चा है कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं।

इसी तरह अन्य विधानसभा सीटों पर असंतोष की खबरों ने कांग्रेस को चिंता में डाल दिया है। ऋषिकेश में टिकट कटने से पूर्व प्रत्याशी राजपाल खरोला और पूर्व कैबिनेट मंत्री शूरवीर सिंह सजवाण ने मिलकर जयेंद्र रमोला को प्रत्याशी बनाए जाने का विरोध किया है।

कांग्रेस में इन सीटों पर बगावत
यमुनोत्री, गंगोत्री, रुद्रप्रयाग, घनसाली, सहसपुर, रायपुर, बीएचईएल रानीपुर, यमकेश्वर, गंगोलीहाट, बागेश्वर, नैनीताल, हल्द्वानी, काशीपुर, बाजपुर, सितारगंज, नानकमत्ता, देहरादून कैंट, ऋषिकेश, ज्वालापुर, झबरेड़ा, खानपुर, लैंसडौन, लालकुआं, रामनगर, कालाढुंगी।

भाजपा में इन सीटों पर बगावत
यमुनोत्री, गंगोत्री, थराली, कर्णप्रयाग, घनसाली, नरेंद्रनगर, प्रतापनगर, धनोल्टी, पौड़ी, धारचूला, कपकोट, द्वारहाट, अल्मोड़ा, भीमताल, नैनीताल, धर्मपुर, रायपुर, राजपुर रोड, देहरादून, ऋषिकेश, ज्वालापुर, रुड़की, मंगलौर, लक्सर, यमकेश्वर, काशीपुर।

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