देहरादून: संतो के पार्थिव शरीर को जल समाधि के साथ ही अब भू-समाधि भी मिल सकेगी। संतो के अनुरोध पर सरकार ने हरिद्वार में भू-समाधि के लिए विशेष स्थान आवंटित करने का निर्णय किया है। ध्यान कुंज के पास सिंचाई विभाग की साढ़े चार हेक्टेयर भूमि पर समाधि स्थल विकसित किया जाएगा। यहां महागति का प्राप्त करने वाले संतों की समाधि बनाई जाएगी।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि बीते काफी समय से संत समाज की ओर से इसकी अपेक्षा की जा रही थी इसे कैबिनेट में सर्व समिति से मंजूरी दे दी है। परंपरा के अनुसार संतो के देह त्याग के बाद पार्थिव शरीर गंगा में प्रवाहित कर जल समाधि दी जाती है। शास्त्रों में भू-समाधि को भी उचित माना गया है। ऐसे में अब संतों को भू समाधि के लिए जगह आवंटित कर दी गई है। सरकार इस पर भू समाधि स्थल बनाएगी।