Big News : कोटद्वार सेना भर्ती में पहुंचे UP के 50 मुन्नाभाई, उत्तराखंड में दलाल ने तैयार किए फर्जी दस्तावेज - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

कोटद्वार सेना भर्ती में पहुंचे UP के 50 मुन्नाभाई, उत्तराखंड में दलाल ने तैयार किए फर्जी दस्तावेज

Reporter Khabar Uttarakhand
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aarmy bharti kotdwar

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कोटद्वार : कोटद्वार के कौड़िया स्थित विक्टोरिया क्रॉस गब्बर सिंह कैंप में चल रही सेना भर्ती रैली से बड़ी खबर है। जी हां बता दें कि आज सेना भर्ती में 50 मुन्नाभाई पकड़े गए हैं। बता दें कि आज भर्ती का 13वा दिन था जहां देहरादून जिले के चकराता, विकासनगर, त्यूणी तहसील के युवाओं की भर्ती थी। इस भर्ती के दौरान यूपी के अलीगढ़, देवबंद, सहारनपुर, मथुरा, बुलन्दशहर के करीब 50 युवाओं को फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़ा। इससे सेना के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। सेना के खुफिया विभाग की टीम ने युवकों से पूछताछ के बाद मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच में पता चला है कि युवकों ने दलालों के माध्यम से 15 से 30 हजार रूपये में प्रमाण पत्र बनवाये है। अभी तक सेना भर्ती रैली में 85 मुन्ना भाई पकड़े जा चुके है।

शुक्रवार को देहरादून जिले के चकराता, विकासनगर, त्यूणी तहसील की सेना भर्ती रैली में उत्तर प्रदेश के लगभग 50 युवक फर्जी दस्तावेजों के साथ पहुंच गए। मामले का खुलासा तब हुआ जब सेना के अधिकारियों ने सुबह 9:30 बजे दस्तावेजों की जांच की। इसकी सूचना उच्च अधिकारियों को दी गई जिससे कैंप में हड़कंप मच गया। तत्काल सभी को एक जगह इक्कट्ठा कर पूछताछ की गई। सख्ती से पूछताछ करने पर औऱ जांच करने 50 युवकों के शैक्षिक प्रमाण पत्र, मूल निवास तक फर्जी पाए गए, जो कि उत्तराखंड से बनाए गए थे। जांच में पता चला कि दलाल ने सभी युवकों से पैसे लेकर फर्जी डिग्रियां बनाई थी।

आपको बता दें कि जो भी युवक फर्जी कागजों के साथ पकड़े गए हैं सभी ने 1600 मीटर की दौड़ पार कर ली थी। जिसके बाद उनके दस्तावेजों की जांच की प्रक्रिया शुरु की गई। जिससे सेना अधिकारियों की आंखें फटी की फटी रह गई। 50 युवकों के दस्तावेज फर्जी पाए गए।

वहीं इसके बाद सेना के खुफिया विभाग ने युवकों से सख्ती से पूछताछ की तो बताया कि वह उत्तर प्रदेश के अलीगढ़, देवबंद, सहारनपुर, मथुरा, बुलन्दशहर जिलों के रहने वाले हैं और देहरादून में एक दलाल ने उन्हें सेना में भर्ती कराने का लालच दिया। उन्होंने आधार कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, मूल निवास प्रमाण सहित अन्य दस्तावेज बनाने के लिए दलाल को 15-30 हजार रूपये दिये थे। बताया कि उनकी सेना में भर्ती होने की उम्र पूरी हो गई थी, इसलिए सेना में भर्ती होने के लिए उसने फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनवाये। सेना का खूफिया ईकाई ऐसे दलाल तक पहुंचने की कोशिश कर रही है।

सेना भर्ती अधिकारी कर्नल विनीत बाजपेयी ने बताया कि भर्ती रैली के दौरान पूरी पारदर्शिता अपनाई जा रही है। युवा दलालों के चक्कर में फंसकर फर्जी प्रमाणपत्रों के माध्यम से भर्ती होने का प्रयास करते है।

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