कोरोना के देश में दस्तक और लॉकडाउन लागू होने के बाद प्रवासी परिवार समेत घर लौटे। लॉकडाउन के कारण दुकानें, कंपनी, ऑफिस सब बंद हो गए। ठेकेदारी के काम ठप पड़ गए। मजदूरों के खाने के लाले पड़ गए। वहीं कई लोग कर्जदार हो गए जिनके पार कर्ज चुकाने के लिए पैसे नहीं थे। औऱ होंगे भी कैसे नौकरी जो नहीं है। रोजगार को लेकर युवा ठोकर खा रहे हैं। वहीं कर्जदारों को केंद्र की मोदी सरकार ने बड़ी राहत देने का ऐलान किया है।
आपको बता दें कि पिछले दिनों केंद्र सरकार ने लोन लेने वाले लोगों के लिए मोरोटोरियम का ऐलान किया था। सरकार अब मोरेटोरियम पर लगने वाले चार्ज की वसूली नहीं करेंगी। यानी चक्रवृद्धि ब्याज का चक्कर खत्म हो जाएगा। सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा देकर कहा है कि 6 महीने के इस लोन मोराटोरियम में MSME (माइक्रो, स्मॉल एंड मीडियम एंटरप्राइजेज) लोन, शिक्षा, गृह, उपभोक्ता, ऑटो, क्रेडिट कार्ड इत्यादि पर लागू चक्रवृद्धि ब्याज को माफ़ किया जायेगा। आपको बता दें कि सरकार 2 करोड़ रुपये तक के लोन पर लगने वाले चक्रवर्ती ब्याज को माफ करेगी। केंद्र का कहना है कि कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए ब्याज की छूट का भार सरकार उठाएगी।