रुड़की : रास्ता खोलने की मांग को लेकर धरना दे रहे ग्रामीणों ने सेना सीमा क्षेत्र के अंदर से पथराव करने का आरोप लगया है। वहीं लोगों का आरोप है कि उनके ऊपर सेना द्वारा पानी की बौछार की गयी। आरोप ये भी है कि ग्रामीणों की ओर से भी सेना सीमा के अंदर पत्थर फेंके गए। पथराव में 4 महिलाओं समेत 6 ग्रामीणों को चोटें आई हैं। घायलों को 108 की मदद से उपचार के लिए भेजा गया।
लंबे समय से चला आ रहा है दोनों के बीच विवाद
बता दें कि टोडा कल्याणपुर, नंदा कॉलोनी आदि क्षेत्रों के लोग सेना क्षेत्रों के रास्ते से शहर में प्रवेश करते हैं। वहीं सेना की ओर से ग्रामीणों को यहां से आने जाने पर अक्सर पाबंदी लगाई जाती रही है। दोनों के बीच विवाद कई समय से चलता आ रहा है। कई बार सेना की ओर से रास्तों को बंद किया गया जोकि प्रशासनिक अधिकारियों की मध्यस्थता में खोले गए थे।
लॉकडाउन के दौरान सेना ने बंद किया रास्ता, लोगों में रोष
वहीं लॉकडाउन के दौरान एक बार फिर से रास्ते को बन्द कर दिया गया। ग्रामीणों को रेलवे लाईन के किनारे स्थित एक वैकल्पिक मार्ग से आने जाने की बात कही गयी। वहीं ग्रामीणों के अनुसार रेलवे अधिकारी रास्ते को अपना बताकर वहां पर भी लोगों को आना जाना प्रतिबन्धित कर रहा है। ग्रामीण सेना क्षेत्र सहित रास्ते की मांग कर रहे हैं। इसी मांग को लेकर आज काफी संख्या में ग्रामीणों की भीड़ बंद हुए गेट के बाहर एकत्र हुई। दूसरी ओर से सेना के अधिकारी भी मौके पर आ गए। ग्रामीणों और सेना के लोगों में बहस होने लगी। तभी ग्रामीणों ने गेट खोले जाने की मांग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि इसके बाद सेना की ओर से पानी की बौछार शुरू कर दी गयी और उसके बाद सीमा क्षेत्र के अंदर से पत्थरों की बौछार होने लगी। पथराव में करीब 4 महिलाओं समेत 6 लोगों को चोटें आई इसके बाद ग्रामीणों ने भी जबाबी पत्थरबाजी की।
मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों को शांत करवाया। वहीं मामले की जानकारी पाकर तहसीलदार कृष्णा नन्दन पन्त, सीओ चंदन सिंह बिष्ट आदि अधिकारी मौके पर पहुंचे। दोनों पक्षो से वार्ता की जा रही है।