चमोली: शादियों में शराब पिलाना आम बात है। शराब के खर्चे के कारण कई बार शादियों में सही चीजों पर सही खर्च भी नहीं हो पाता है। शराब पिलाना लोग अपनी शान समझते हैं। लेकिन, समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो मिसाल पेश करते हैं। ऐसी मिसाल चमोली जिले के घट ब्लाॅक के बाजबगड़ गांव की देवेश्वरी देवी ने भी पेश की है।
देवेश्वरी देवी ने अपनी बेटी की शादी में शराब का बहिष्कार कर दिया। उन्होंने शादी के निमंत्रण पत्र में ही नशामुक्ति का मैसज दे दिया था और उसे हकीकत भी कर दिखाया। उन्होंने साफ कर दिया था कि शादी में एक बूंद भी शराब नहीं पिलाई जाएगी। लोगों ने उनके इस फैसले को पूरा समर्थन दिया। उनकी बेटी की शादी में पूरा गांव और रिश्तेदार गर्मजोशी और उत्साह के साथ शामिल हुए।
चमोली जिले के घाट ब्लाॅक में बगैर शराब की ये पहली शादी है। क्षेत्र में महिलाएं शराब बंदी के लिए लंबा आंदोलन भी चला चुकी हैं। महिलाओं ने अपने आंदोलन के दौरान शराब की दुकानों पर भी ताले जड़ दिए थे। देवेश्वरी देवी और त्रिलोक सिंह बिष्ट की बेटी प्रियंका की शादी 28 और 29 फरवरी को जोशीमठ सेलंग निवासी प्रवीन के साथ हुई।