देहरादून। उत्तराखंड में अब क्लाइमेट चेंज के चलते मानव स्वास्थय पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों की रोकथाम के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी शुरु हो गयी है। इसके लिए राज्य में पहली बार अलग अलग विभागों को मिला कर एक मल्टी सेक्टोरल टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है।
मंगलवार को देहरादून स्थित स्वास्थय महानिदेशालय में आयोजित एक बैठक में स्वास्थय महकमे और अन्य विभागों की साझा हिस्सेदारी के साथ इस मसले पर प्रभावी रणनीति तैयार करने पर सहमति बनी है। इस बैठक में अपर सचिव स्वास्थय और एनएचएम के मिशन डायरेक्टर युगल किशोर पंत ने इस मसले पर तेजी से काम करने की जरूरत पर बल दिया। इसके साथ ही क्लाइमेट चेंज के चलते मानव स्वास्थय पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्ययोजना तैयार किए जाने की जरूरत बताई है। युगल किशोर पंत ने स्वास्थय को नागरिकों की पहली प्राथमिकता बताया है।
जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य देख रहे प्रभारी अधिकारी डा0 पंकज सिंह द्वारा सभी विभागों को मल्टी सेक्टोरल टास्क फोर्स की कार्य प्रणाली एवं उत्तरदायित्वों पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान की गयी। डा0 सिंह द्वारा जलवायु परिवर्तन एवं मानव स्वास्थ्य पर तैयार किये जाने वाली कार्य योजना के बारे में विस्तृत प्रस्तुतिकरण किया गया। डा0 पंकज सिंह ने बताया कि कार्य योजना का निर्माण समस्त विभागों के सहयोग से किया जा रहा है व कार्य योजना में उल्लेख किये गये लक्ष्यों को निष्चित समय सीमा के अन्दर प्राप्त किया जाना है। डा0 सिंह द्वारा बताया गया कि टास्क फोर्स द्वारा तैयार की जा रही कार्य योजना में प्रत्येक नागरिक के स्वास्थ्य को प्राथमिकता पर रखा गया है और जलवायु परिवर्तन के मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुश्परिणामों से प्रत्येक नागरिक के बचाव पर विषेश ध्यान रखा गया है।
इस बैठक में मौसम विज्ञान केन्द्र, पर्यावरण सुरक्षा एवं प्रदूशण नियंत्रण बोर्ड, वन विभाग, आपदा प्रबन्धन संस्थान, कृशि विभाग, खाद्य संरक्षा विभाग, राज्य जल एवं स्वच्छता मिषन, पषुधन प्रसार विभाग के अधिकारी मौजूद रहे ।
बैठक में निदेषक, राश्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन डा0 अंजली नौटियाल द्वारा समस्त विभागों से यह अपेक्षा की गयी कि समस्त विभाग स्वास्थ्य विभाग द्वारा ली जा रही इस पहल में पूर्ण सहयोग प्रदान करें। स्वास्थ्य विभाग द्वारा तैयार की जाने वाली कार्य योजना के अनुसार निर्धारित किये गये लक्ष्यों को समय से प्राप्त किये जाने में सहयोग प्रदान करें।
बैठक में वन विभाग व राज्य जलवायु परिवर्तन केन्द्र से श्री राजनारायण, प्रभारी अधिकारी गैर संचारी रोग डा0 फरीद्दुजफर, मौसम विज्ञान केन्द्र से श्री एम0एम0 सकलानी, पर्यावरण सुरक्षा एवं प्रदूशण नियंत्रण बोर्ड से डा0 अंकुर कंसल, आपदा प्रबन्धन संस्थान से श्री राहुल जुगरान, कृशि विभाग से श्री अषोक, खाद्य संरक्षा विभाग से श्री आ0एस0 रावत, राज्य जल एवं स्वच्छता मिषन से श्री मुस्तफा, पषुधन प्रसार विभाग से डा0 अनुपमा एवं राज्य जलवायु परिवर्तन केन्द्र से डा0 तृप्ति उपस्थित रहे।