इन दिनों सोशल मीडिया पर इस बेहद खूबसूरत मूर्ति का वीडियो(Viral Video ) तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में भगवान विष्णु योगनिद्रा की अवस्था में दिखाई दे रहे हैं। उनके नीचे शेषनाग की छाया है। एक हाथ शिव के प्रतीक ज्योतिर्लिंग पर टिका है और उनकी नाभि से कमल उत्पन्न हो रहा है। जिस पर स्वयं ब्रह्मा विराजमान हैं। इस दिव्य मूर्ति में जड़े हीरे तारों की तरह टिमटिमाते हैं। कहा जा रहा है कि ये मूर्ति 3000 साल पुरानी है। जो 7,800 किग्रा शुद्ध सोने 7,80,000 हीरे और 780 कैरेट के हीरों से बनी है। चलिए जानते है इस वीडियो की सच्चाई।
3000 साल पुरानी है भगवान विष्णु की मूर्ति! Viral Video का सच
सोशल मीडिया पर वायरल इस मूर्ति का हर रत्न, हर कर्व, हर रेखा इतनी सटीक है मानो विश्वकर्मा ने खुद इसे अपने हाथों से गढ़ा हो।इस मूर्ति की बनावट इतनी बारीक और शानदार है कि इस वीडियो को देखने वाला मंत्रमुग्ध होकर इसे शेयर जरूर कर रहा है।
हालांकि इस खूबसूरत विडियो के साथ एक दावा भी किया जा रहा है कि ये मूर्ति 3000 साल पुरानी है जो 7,800 किग्रा शुद्ध सोने 7,80,000 हीरे और 780 कैरेट के हीरों से बनी है।
हमने भी ये वीडियो देखा और इसकी थोड़ा सा पड़ताल की। जिसमें हमें पता लगा की ये वीडियो तो असली है लेकिन इसके साथ किए जा रहे दावे एकदम झूठा है। असल में वीडियो में दिख रही ये मूर्ति अनंत पद्मानाभस्वामी की है जो 3000 साल पुरानी तो बिल्कुल नहीं है। बल्कि इसे साल 2023 में हैदराबाद के शिव नारायण ज्वैलर्स ने बनाया था। इस मूर्ति को 7,800 किग्रा शुद्ध सोने से नहीं बल्कि 2.8 किग्रा सोने से बनाया है। साथ ही इसमें 7,80,000 हीरे नहीं बल्कि इस मूर्ति में 75000 हीरों का इस्तेमाल हुआ है। अनंत पद्मानाभस्वामी की इस मूर्ति की ऊंचाई 8 इंच और लंबाई 18 इंच है। जिसे 32 लोगों ने 2 महीने तक 16-16 घंटे काम करके पूरा किया है। तो अगर आपको भी किसी ने पद्मानाभस्वामी की मूर्ति का वीडियो झूठे दावो के साथ व्हाट्सएप पर भेजा है तो उसके साथ हमारी ये खबर जरूर शेयर कर दें।