हरिद्वार : तीर्थनगर हरिद्वार में हरिद्वार की ही पुलिस ने एक 8वीं पास फर्जी दारोगा को पकड़ा। बता दें कि ये फर्जी दारोगा ज्वालापुर और रानीपुर में चोरी की दो घटनाओं को अंजाम दे चुका था। इस दारोगा ने पुलिस की नाक में दम करके रखा था। आज पुलिस के हत्थे चढ़ गया। जी हां हरिद्वार की ज्वालापुर पुलिस ने फर्जी दारोगा को गिरफ्तार करने में सफलता पाई। ये फर्जी दारोगा तीसरी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था। पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल और नकदी बरामद हुई है।
दो वारदातों को दिया था अंजाम
मिली जानकारी के अनुसार फर्जी दारोगा ने पहली घटना 9 मई को आर्यनगर चौक पर अंजाम दिया था। आरोपी एसबीआई ग्राहक सेवा केंद्र में एक युवक खाता खुलवाने पहुंचा था। जिसका खाता खोलने से बैंक की महिला कर्मचारी नैंसी ने इंकार कर दिया था। तभी उस दौरान युवक दूसरी कर्मचारी शीतल का मोबाइल फोन नंबर लेकर चला गया था। कुछ देर बाद महिला कर्मचारी शीतल को युवक ने कॉल की और बोला कि वह कनखल थाने में तैनात दारोगा बोल रहा है, उन्होंने खाता खुलवाने केंद्र आई युवती से अभद्रता की है इसलिए उसे सिंहद्वार चौक आना होगा। जिसके बाद दोनों महिला कर्मचारी वहां पहुंची।
ऐसे घुमाया लोगों को और दिया चोरी को अंजाम
इस दौरान खुद को दारोगा बताने वाले युवक ने उन्हें कनखल थाने बुलाया था। कनखल थाने पहुंचने पर उन्हें फिर मामला ज्वालापुर थाने का बता कर वहां बुलाया का बताकर ज्वालापुर आने की बात कही थी। महिला कर्मचारी फिर केंद्र पर पहुंच गई थी। सामने का नजारा देख वो दंग रग गई। दरवाजे का कुंडा टूटा था औऱ अंदर गल्ले से नकदी भी गायब थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने जांच शुरू की थी तो घटना सीसीटीवी कैमरे में फुटेज कैद हुई थी।
फोन नंबर से पकड़ा गया युवक
पुलिस जांच कर ही रही थी कि रानीपुर क्षेत्र के गांव रावली महदूद में दो दिन पहले मेडिकल स्टोर स्वामी रजनीश को फोन कॉल आई थी। कॉल कर रहे शख्स ने खुद को कोतवाली रानीपुर में तैनात दारोगा बताकर कोतवाली आने की बात कही थी, जब वह कोतवाली पहुंचा तो उसी दौरान उसकी दुकान का ताला तोड़कर नकदी चोरी कर ली गई थी। फिर युवक के फोन नंबर से उसकी सूचना मिली। युवक एक ही फोन नंबर का इस्तेमाल कर रहा था।
टीवी सीरियल से सीखा 8वीं पास ने घटनाओं को अंजाम देना
वहीं इन सभी घटनाओं को अंजाम देने वाले फर्जी दारोगा आरोपी साकिर पुत्र शकील अहमद निवासी गांव एक्कड़ खुर्द पथरी को रानीपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया। सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह ने बताया आरोपी 8वीं तक पढ़ा है और आरोपी ने टीवी सीरियल में देखकर ऐसी घटनाओं को अंजाम देना सीखा। लेकिन एक ही मोबाइल फोन नंबर का लगातार इस्तेमाल करना उसे महंगा पड़ गया। आरोपी दुकान पर लिखे नंबरों पर इसी फोन नंबर से बार बार फोन करता था।
जानकारी मिली है कि आरोपी बेरोजगार है और पैसों के लिए ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया। आरोपी तीसरी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था लेकिन पुलिस ने दबोच लिया।