
देहरादून की सड़कों पर भर रही फर्राटे
कन्हैया की बनाई इलेक्ट्रिक कार देहरादून की सड़कों पर फर्राटे भर रही है। यह कार लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। कन्हैया ने इस कार को बनाने में किसी का मार्गदर्शन नहीं लिया। केवल अपनी प्रतिभा से सृजन किया। कहीं दिक्कत आई तो यू ट्यूब की मदद ली।
कक्षा आठ के छात्र कन्हैया
कक्षा आठ के छात्र कन्हैया के अनुसार दिनभर स्कूल में पढ़ने के बाद जब भी उसे समय मिलता है तो वह कोई नया अनुसंधान करने का प्रयास करते रहते हैं। समय बचाकर उन्होंने इलेक्ट्रिक रोबोट, हाइड्रोलिक जेसीबी, इलेक्ट्रिक रिमोट कंट्रोल कार तथा इलेक्ट्रिक साइकिल भी बनाई है।
दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद इलेक्ट्रॉनिक कार
दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद इलेक्ट्रॉनिक कार बनाई है। बताया कि यह कार बैटरी से चलती है, जिसकी लंबाई लगभग 5 फुट 5 इंच और चौड़ाई लगभग 2 फुट 5 इंच व ऊंचाई 4 फुट 6 इंच है। इसमें एलईडी लाइट, इंडीकेटर, हॉर्न, शीशा तो लगा ही है।
क्षमता लगभग 920 वाट
सामान्य कारों की तरह ही यह चाबी से ही ऑन और ऑफ होती है। रिवर्स और फॉरवर्ड की तमाम सुविधा हैं। कन्हैया के अनुसार कार में 230 वाट की चार बैटरी लगाई गई हैं, जिनकी क्षमता लगभग 920 वाट की है। गाड़ी की बॉडी का डिजाइन प्लाइवुड से किया गया है।