Big News : सीएम त्रिवेंद्र रावत ने दिखाया जज्बा, कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद सत्र से जुड़े - Khabar Uttarakhand - Latest Uttarakhand News In Hindi, उत्तराखंड समाचार

सीएम त्रिवेंद्र रावत ने दिखाया जज्बा, कोरोना पॉजिटिव होने के बावजूद सत्र से जुड़े

Reporter Khabar Uttarakhand
3 Min Read
trivendra singh rawat

trivendra singh rawat

देहरादून : तीन दिवसीय विधानसभा सत्र शुरू हो गया है। कल यानी 22 दिसंबर को राज्य सरकार 4000 करोड़ से अधिक का अनुपूरक बजट पास कराएगी। जबकि विपक्ष ने काम रोका प्रस्ताव लाने का ऐलान किया है। सत्र की कार्यवाही शुरू होने से पहले सल्ट के दिवंगत विधायक सुरेंद्र सिंह जीना और चार पूर्व विधायकों को श्रद्धांजलि की गई। संसदीय कार्यमंत्री मदन कौशिक के मुताबिक अनूपूरक बजट, अध्यादेश आदि सदन के पटल पर रखे जाएंगे। पहले दिन ही मुख्यमंत्री से संबंधित विभागों के जवाब दिए जाने थे।

कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी आराम की बजाय मुख्यमंत्री सत्र की कार्यवाही से जुड़े

सत्र के दौरान सीएम का जज्बा देखने को मिला। कोरोना पॉजिटिव होने के बाद भी मुख्यमंत्री आराम की बजाय सत्र की कार्यवाही से जुड़े रहे। आपको बता दें कि वर्चुवल माध्यम से जुड़े मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सत्र से जुड़े रहे। सबसे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सुरेंद्र सिंह जीना को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान सीएम ने पूर्व विधायक कृष्ण चन्द्र पुनेठा, सुंदरलाल मंद्रवाल, तेजपाल पंवार और पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष अनसूइया प्रसाद मौखूरी को भी श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह जीना का भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा कि जीना जी युवा, कर्मठ और ऊर्जावान विधायक थे। अभिवादन करने का उनका अपना तरीका था। उनके असमय जाने से हम सभी अत्यंत दुखी हैं। मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक स्वर्गीय के सी पुनेठा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि  वे बहुत जुझारू व सहनशील व्यक्तित्व के थे। पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष स्वर्गीय अनुसूया प्रसाद मैखुरी का स्मरण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अत्यंत विनम्र और सज्जन थे। मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2002-03 में एक आंदोलन के दौरान उन्हें गम्भीर चोट लगी तो मैखुरी जी ने उनका हाथ पकड़ कर अस्पताल जाने को कहा।  पूर्व विधायक स्वर्गीय सुन्दरलाल मंद्रवाल जी विनम्रता और सादगीपूर्ण व्यक्तित्व थे। वे सच्चे मायनों में गांधीवादी थे। उनमें कोई अहम नजर नहीं आता था। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व विधायक स्वर्गीय तेजपाल सिंह पंवार सीधी और सपाट बात करते थे। उन्होंने कभी असत्य का सहारा नहीं लिया।

Share This Article