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मन की बात के 113वें संस्करण में होलो बंदर,स्पेस, संस्कृत भाषा का पीएम मोदी ने किया जिक्र, पढ़ें यहां

Renu Upreti
3 Min Read
113th edition of Mann Ki Baat

प्रधानमंत्री मोदी के मन की बात के 113वें एपिसोड का प्रसारण हुआ। इससे पहले पीएम मोदी ने 28 जुलाई को 112वें मन की बात एपसोड को संबोधित किया था। उस समय उन्होनें पेरिस ओलंपिक, मैथ्म ओलंपियाड, वनो संरक्षण और स्वतंत्रता दिवस के बारे में बात की थी।

मन की बात का 113वां संस्करण

आज मन की बात में पीएम मोदी ने कहा 21वीं सदी के भारत में कितना ही कुछ ऐसा हो रहा है जो विकसित भारत की नींव मजबूत कर रहा है। जैसे, इस 23 अगस्त को ही हम सब देशवासियों ने पहला national space day मनाया था। हमने पिछले साल इसी दिन चंद्रयान-3 ने चांद के दक्षिणी हिस्से में शिव-शक्ति point पर सफलतापूर्क लैंडिंग की थी। भारत इस गौरवपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश बना।

युवाओं को स्पेस सेक्टर में सुधारों से फायदा

पीएम मोदी ने कहा कि देश में युवाओं को स्पेस सेक्टर में सुधारों से काफी फायदा हुआ है। इसलिए मैंने सोचा कि स्पेस सेक्टर से जुड़े युवा साथियों से बात की जाए। पीएम मोदी के साथ spacetech start-up GalaxEye की टीम जुड़ी। पीएम मोदी ने इनसे स्पेस सेक्टर को लेकर बात की।

हर घर तिरंगा अभियान का जिक्र

इसी के साथ पीएम मोदी ने हर घर तिरंगा अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि हर घर तिरंगा और पूरा देश तिरंगा इस बार ये अभियान अपनी पूरा ऊंचाई पर रहा। देश के कोने-कोने से इस अभियान से जुड़ी अद्भुत तस्वीरें सामने आई हैं। हमने घरों पर तिरंगा लहराते देखा- स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी में तिरंगा देखा।

होलो बंदर का किया जिक्र

वहीं असम में तिनसुकिया जिले में छोटे से गांव बारेकुरी में, मोरान समुदाय लोग रहते हैं और इसी गांव में रहते हैं हूलॉक गिबन, जिन्हें यहां होलो बंदर कहा जाता है। इस गांव के लोगों का हूलॉक गिबन के साथ बहुत गहरा संबंध है। गांव के लोग आज भी अपना पारंपरिक मूल्यों का पालन करते हैं। इसलिए उन्होनें वो सारे काम किए, जिससे गिबन्स के साथ उनके रिश्ते और मजबूत हों।

संस्कृत के प्रति लोगों का विशेष लगाव

पीएम मोदी ने कहा हमने 19 अगस्त को रक्षाबंधन मनाया था। उसी दिन दुनिया में विश्व संस्कृत दिवस मनाया गया। आज भी देश-विदेश में संस्कृत के प्रति लोगों का विशेष लगाव दिखता है। दुनिया के कई देशों में संस्कृत भाषा को लेकर तरह-तरह की रिसर्च और प्रयोग हो रहे हैं।

11 विदेशी भाषाओं और 20 बोलियों में प्रसारण

बता दें कि मन की बात कार्यक्रम का 22 भाषाओं और 20 बोलियों के साथ-साथ 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारण किया जाता है। इनमें तिब्बती, फ्रेंच, चीनी, इंडोनेशियाई, बर्मी, बलूची, अरबी, फारसी, पश्तो, दारी और स्वाहिली शामिल हैं।

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